*जीएलएम कॉलेज में अभिविन्यास कार्यक्रम संपन्न, छात्रों से कॉलेज की होगी अलग पहचान: डॉ. भारतीय*
सुनील सम्राट,पूर्णियां:-जीएलएम कॉलेज बनमनखी (पूर्णियाँ) में स्नातक प्रथम सेमेस्टर में नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए आज 01 अगस्त 2025 को अभिविन्यास कार्यक्रम (Orientation Programme) का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. प्रमोद भारतीय ने विद्यार्थियों को महाविद्यालय की शैक्षणिक, सामाजिक तथा नैतिक मूल्यों से अवगत कराया गया।
मौके पर प्रचार्य डॉ. भारतीय ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा कि छात्र ही किसी भी शिक्षण संस्थान की आत्मा होते हैं। यदि छात्र अनुशासन, समयपालन और उद्देश्य के साथ अध्ययन करें तो न केवल वे अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाएंगे बल्कि कॉलेज की पहचान भी समाज में अलग होगी। उन्होंने कहा कि जी एल एम कॉलेज का ध्येय केवल पुस्तकीय ज्ञान देना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों को समाज के प्रति जागरूक, जिम्मेदार और आत्मनिर्भर नागरिक बनाना भी है।
कार्यक्रम में डॉ. गिरिधारी हाजरा, डॉ. रमीज़ अहमद, श्री कौशल किशोर प्रसाद, डॉ. अभिषेक आनंद, डॉ. रणविजय कुमार, डॉ. चांदनी कुमारी, डॉ. आसिफ इक़बाल, डॉ. नंदन भारती, डॉ. मनोज कुमार, बाबुल शर्मा, सुबोध कुमार, सरोज, अमरेंद्र, झबर, किशोर, जीवछ, अमित, अमर, वकील सहित अन्य शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मी के साथ लगभग 500 छात्र उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को निम्नलिखित बातों की जानकारी दी गई:-
1. पाठ्यक्रम की संरचना एवं मूल्यांकन प्रणाली – CBCS (Choice Based Credit System) के अंतर्गत विषयों के चयन, क्रेडिट प्रणाली एवं परीक्षा के स्वरूप पर विस्तार से चर्चा की गई।
2. अनुशासन एवं पोशाक नीति – महाविद्यालय में मर्यादित एवं उपयुक्त परिधान पहनने की आवश्यकता पर बल दिया गया जो विद्यार्थियों के व्यक्तित्व को परिष्कृत करता है।
3. कक्षा में समय पर उपस्थिति – सभी विद्यार्थियों को नियमित रूप से कक्षा में भाग लेने तथा सत्र के प्रति गंभीर रहने का सुझाव दिया गया।
4. महाविद्यालय की सुविधायें– पुस्तकालय, कंप्युटर लैब, साइंस लैब, खेल परिसर, एन एस एस, एन सी सी, रेड क्रॉस यूनिट, छात्र सहायता कक्ष, छात्रवृत्ति योजनायें आदि की जानकारी दी गई।
5. सामाजिक उत्तरदायित्व – वक्ताओं ने यह संदेश दिया कि विद्यार्थी केवल अच्छे अंक लाने तक सीमित न रहें बल्कि समाज को सकारात्मक दिशा में ले जाने वाले सशक्त माध्यम बनें।
इस अवसर पर विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए और छात्रों को कॉलेज के गौरवशाली इतिहास तथा उपलब्धियों से परिचित कराया। उन्होंने शिक्षा को जीवन के हर क्षेत्र में सफलता की कुंजी बताते हुए छात्रों को निरंतर प्रयास करने की सलाह दी।