*बनमनखी के 360 आशा कार्यकर्ताओं को अब हर माह 1000 की जगह 3000 और ममता कार्यकर्ता को मिलेंगे 300 के जगह 600 रुपये: कृष्ण कुमार ऋषि.*
*बनमनखी के 360 आशा कार्यकर्ताओं को अब हर माह 1000 की जगह 3000 और ममता कार्यकर्ता को मिलेंगे 300 के जगह 600 रुपये: कृष्ण कुमार ऋषि.*
सुनील सम्राट,पूर्णियां:-आशा कार्यकर्ता स्वास्थ्य सेवाओं का रीढ है, इनको सम्मान स्वास्थ्य सेवाओं का सम्मान है। ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ करने में आशा एवं ममता कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण भूमिका रहता है, उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए वर्तमान बिहार सरकार ने आशा कार्यकर्ताओं को प्रत्येक माह 1000 की मिलने वाली राशि को अब तीन गुना बढ़ाते हुए ₹3000 प्रतिमाह कर दिया गया है ,वहीं ममता कार्यकर्ता को ₹300 प्रति प्रसव को बढ़ाकर ₹600 प्रति प्रस्ताव कर दिया गया है,
इस संबंध में जानकारी देते हुए बनमनखी विधायक सह सचेतक कृष्ण कुमार ऋषि ने बताया कि बिहार राज्य के लगभग 90000 से अधिक आशा कार्यकर्ताओं का वेतन अब 3 गुना बढ़ा दिया गया है, वहीं 4600 ममता कार्यकर्ता को प्रति प्रसव ₹300 की जगह ₹600 कर दिए जाने से ममता और आशा कार्यकर्ताओं की मांग पर बिहार सरकार ने मुहर लगा दी है ।
विधायक श्री ऋषि ने कहा कि वर्ष 2005 में एनडीए की सरकार बनने के बाद हम लोग लगातार स्वास्थ्य सेवाओं के गुणवत्ता में सुधार हेतु व्यापक पैमाने पर काम किया ,अनुमंडलीय अस्पताल से लेकर पंचायत स्तर पर हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर ,अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना कर स्वास्थ्य सेवाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने का काम किया है ।उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने आशा और ममता कार्यकर्ताओं का प्रोत्साहन राशि बढ़ाकर उन लोगों के द्वारा किए जा रहे कार्यों को सम्मान देने का काम किया गया है ।
विधायक श्री ऋषि ने बताया कि आशा और ममता कार्यकर्ताओं का बढा हुआ मानदेय में वृद्धि का लाभ 1 जुलाई से आशा ,आशा फैसिलेटर एवं ममता कार्यकर्ताओं को मिलना प्रारंभ हो जाएगा। इसके साथ ही आशा कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन के लिए 13180 रुपए मोबाइल रिचार्ज के लिए ₹200 और साड़ी के लिए ₹2500 दिए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इसी कडी में बनमनखी के 360 आशा कार्यकर्ताओं को अब प्रत्येक माह 1000 की जगह₹3000 मिलेगी और 10 ममता कार्यकर्ताओं को प्रति प्रसव300की जगह₹600 की राशि दी जाएगी ।उन्होंने कहा कि आशा और ममता कार्यकर्ताओं के स्वास्थ्य सेवाओं में अहम योगदान से बिहार में घरेलू प्रसव की जगह संस्थागत प्रसव में वृद्धि हुई है मातृ मृत्यु दर जो वर्ष 2005 में 365 थी अब घटकर 91 हो गई है।
विधायक श्री ऋषि ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट रूप से घोषणा करते हुए कहा कि बिहार में और नयी शहरी आशा एवं ग्रामीण आशा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति प्रक्रिया भी चल रही है।बनमनखी में लगभग 45 नई आशा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति होनी है। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं की प्रोत्साहन राशि में वृद्धि होने से आशा कार्यकर्ता और अधिक जज्बे के साथ ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने का काम करेंगे।