पूरे हुए 365 दिन पुराने साल को सलाम है
अब नए साल में जाने का हो रहा तैयारी धूमधाम है
कुछ नए करें ऊंची उड़ान भरे
इसी सपनों के साथ नए साल को प्रणाम है।।करना है पूर्ण प्रयत्न आभा को छू लेना है
मानव है तो मानवता का धर्म निभाना है
कोई भूखा ना सोए नए साल में
इतना ही कर्मनिष्ठ व्यक्तित्व बनाना है।।पुराने साल की तरह नहीं एक पल भी बैठ कर बिताना है
1-1 मिनट का प्रयोग कर सतरंगी जीवन सजना है
हो नाम जिसमें कुल ग्राम देश का
वैसा सोच हम सबको बनाना है।।मर्यादा अनुशासन महिलाओं का सम्मान हो पहली प्राथमिकता
ऐसा कर्तव्य जन-जन को आभास करना है
हमारी आपकी औरों की बहन बेटी घूमे कहीं भी किसी भी समय
ऐसा देश ऐसा 2024 का भरत भुमि सजाना है।।💐💐💐💐💐
संदीप कुमार
अररिया,बिहार