पूर्णिया एयरपोर्ट को लेकर पूर्णिया शहर की महिलाओं ने अब अपना आंदोलन प्रारंभ कर दिया है। इन आंदोलनकारियों में नौकरीपेशा महिलाएं, घर की गृहणियां समाजसेवी महिलाएं तथा कलाकार इत्यादि प्रमुख रूप से सामने आई है।एयरपोर्ट की मांग अब घर-घर तक से उठने लगी है। पूर्णिया के एयरपोर्ट का मामला अब व्यवसायियों ,समाजसेवियों, डॉक्टरों,पत्रकारों, साहित्यकारों के साथ घर के महिलाओं की आवाज बन गई है। पूर्णिया एयरपोर्ट की मांग को लेकर आज सैकड़ों महिलाओं ने पूर्णिया के रजनी चौक पर हाथों में एयरपोर्ट की तख्तियां लेकर आंदोलन के लिए उतर गई ।यह सभी महिलाएं “पूर्णिया मांगे एयरपोर्ट” तथा “वी वांट एयरपोर्ट” के नारे लगा रही थी। धरना और आंदोलन को लेकर इस महिला टीम का नेतृत्व कर रही रंजना सिंह, पंकजा कुमारी तथा सरिता राय ने सामूहिक रूप से कहा कि पूर्णिया एयरपोर्ट की आवश्यकता ठीक उसी प्रकार है जिस प्रकार शरीर में ऑक्सीजन की आवश्यकता है ।हम सभी को इस दर्द का अहसास है की कैसे हमारे बच्चे या बच्चियां या घर के नौकरी करने वाले लोग किसी परेशानी में पड़ जाते हैं तो एक अपने राज्य से दूसरे राज्य में जाना कितना आवश्यक हो जाता है। रही बात विकास की तो जैसे एक मॉल के खुल जाने से बहुत सारे लोगों को रोजगार मिलता है चाहे वह किसी प्रकार के भी गरीब हो या आम आदमी उसी प्रकार से एक एयरपोर्ट के आने से पूर्णिया के विकास में चक्रवृद्धि ब्याज की तरह बढ़ोतरी होगी।एयरपोर्ट के आने से इन्वेस्टर आएंगे और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।बताते चलें की
रंजना सिंह तथा पंकज कुमारी ,सरिता राय इत्यादि के नेतृत्व में इस अभियान को धार दी गई तथा शुरुआत की गई ।
इस अभियान में जिन महिला शक्तियों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया और एयरपोर्ट की मांग की उनमें मीनाक्षी सिन्हा, उषा दास, सरिता राय, शारदा सिंह, संगीता बर्मन, रुमा दास, रंजना सिंह, जुली आर्या, सविता साह, मीना सिंह, मुक्ति कर्मकार, शिल्पी डे, नमिता दास, विदिशा दास, फुलेस्वरी देवी,पंकज कुमारी
पुतुल रानी ,रोमा दासगुप्ता,
प्रियंका प्रिया,नीतू रानी, स्नेह लता ,मीना सिंह ,उषा दास
मीनाक्षी सिन्हा ,संगीता बर्मन ,ज्योति शाह ,जूली आर्य ,रजनी इत्यादि थी।
इस कार्यक्रम में पुरुषो में मनोज सिंह सीनियर
जॉनी यादव,शिवम चौधरी,गुड्डू सिंह महात्मा,जॉनी सिंह,छोटू सिंह तथा राम पदारथ साह इत्यादि थे।इन लोगों के द्वारा भी एयरपोर्ट को ले कर सरकार को चेताया। मनोज सिंह सीनियर ने कहा कि दोनो सरकारों का दायित्व है की एयरपोर्ट पूर्णिया को कैसे मिले। आप पूर्णिया की जनता आम समाज ने यह मान लिया है की पूर्णिया तथा सीमांचल के विकास को आगे बढ़ाने में एयरपोर्ट का साथ चाहिए। अब सरकारों को सोचना है कि यहां एयरपोर्ट कैसे बने। हम सभी के लिए सामाजिक राजनीतिक व्यवसायिक बातें एक तरफ है और पूर्णिया की भलाई एक तरफ है।