ग्रमीणों ने दो मदरसे का फर्जी रजिस्ट्रेशन का मामला अधिकारी को लिखित आवेदन दिया.
प्रतिनिधि,रानीपतरा:-पूर्णिया पूर्व प्रखंड के रजीगंज पंचायत में अब्दुल्ला नगर फसिया गांव दिखा कर दो मदरसे का फर्जी रजिस्ट्रेशन का मामला सोमवार को प्रकाश में आया है इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने मदरसा बोर्ड तथा जिला पदाधिकारी के नाम से आवेदन दिया है तथा गलत तरीके से रजिस्ट्रेशन किए हुए मदरसा का स्थल निरीक्षण कर उचित कारवाई करने की मांग की है.
जिसका नाम मदरसा फैजुल उलूम अब्दुल्ला नगर फसिया जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर-109092 तथा मदरसा महद फातमा लिल बनात अब्दुल्ला नगर फसिया रजिस्ट्रेशन नंबर-104820 जो दोनों मदरसा रजीगंज पंचायत के वार्ड नंबर- 05 में रजिस्टर्ड हुआ है जब इस बात की भनक ग्रामीणों को चली तो ग्रामीण पूर्व से संचालित मदरसा के पास धीरे-धीरे दर्जनो की तादाद में इकट्ठा हो गए तथा सभी ने गलत तरीके से किए गए दोनों फर्जी मदरसे का रजिस्ट्रेशन रद्द करने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
वहीं ग्रामीण मोहम्मद नूरउल हक, मोहम्मद कालू, मोहम्मद वजीर, मोहम्मद जहीर आलम, मौलाना अफजल हुसैन, मोहम्मद नौशाद आलम, मोहम्मद यूसुफ अली,अफसर अली, मोहम्मद खलील, अबू बकर अंसारी, मोहम्मद मनीर, नुरुल इस्लाम, जब्बार अली,ने बताया कि फर्जी नाम व टोला रखकर रजिस्ट्रेशन करवाया गया है.
इस रजीगंज पंचायत में अब्दुल्ला नगर नाम का कोई गांव नहीं है तथा यह दोनों मदरसा जमीन पर संचालित नहीं है व अस्तित्व भी नहीं है यह फर्जी तरीके से अपने परिवार के लोगों को सरकारी अनुदान लेने तथा गलत तरीके से शिक्षक में बहाल करने की नियत से इस तरह का षड्यंत्र रच कर रजिस्ट्रेशन करवा लिया है जबकि पूर्व से हम लोगों के गांव मैं मदरसा तंजीम उल इस्लाम फसिया पूर्णिया पूर्व रजिस्ट्रेशन नंबर-2750/20 के नाम से संचालित है जो रजीगंज पंचायत के वार्ड नंबर-04 में है.
वही मदरसा के ट्रस्टी चेयरमैन हाजी मनसूर आलम ने बताया कि पूर्व से संचालित इस मदरसे का रजिस्ट्रेशन भी किया हुआ है और इसमें शिक्षक भी कार्यरत है, बच्चे पढ़ते भी हैं तथा इसका समय समय पर एग्जाम भी लिया जाता है और बच्चों का रजिस्ट्रेशन भी यहां से किया जाता है मामले को लेकर दूसरे पक्षों के लोग मो कादिर व मो रफीक ने बताया कि हमलोगों ने किसी के साथ किसी प्रकार का फर्जीवाड़ा नही किया है हमलोग को वर्ष 2016 में रजिस्टेशन का चिट्ठी प्राप्त हुआ है,जिसमे उर्दू के कक्षा पांच तक के हीं बच्चों को पढ़ाई करवाना है