प्रतिनिधि,बनमनखी:- अखिल भारतीय गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गर्भस्थ शिशु को प्रखर बुद्धिमान योग्य तेजस्वी शारीरिक बौद्धिक एवं भावनात्मक रूप से स्वस्थ एवं सक्षम बनाने हेतु सामूहिक गर्भोत्सव संस्कार एवं यज्ञ का आयोजन स्थानीय गायत्री शक्तिपीठ बनमनखी स्थित सम्राट अशोक भवन बनमनखी में वैदिक मंत्रोचार के बीच धूमधाम से संपन्न हुआ.आयोजित कार्यक्रम में हिन्दू के अलावा मुस्लिम समुदाय की महिलाओं ने भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया.कार्यक्रम के प्रारंभ में गायत्री मंत्रोचार के बीच गायत्री माता के पूजन के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं एवं उन्हें संस्कारित एवं प्रशिक्षित करने पधारे हरिद्वार के टोली नायकों का चंदन तिलक एवं माल्यार्पण कर स्वागत व अभिनंदन किया गया.कार्यक्रम में शामिल कुल 70 महिलाओं का गर्भोत्सव संस्कार वैदिक मंत्रोचार के साथ संपन्न हुआ. जिसमें उन्हें योग्य प्रशिक्षकों द्वारा उन्हें तनाव रहित स्वस्थ प्रसन्नचित सकारात्मक वातावरण के साथ-साथ पौष्टिक संतुलित सात्विक एवं संस्कारित भोजन एवं नियमित योगासन जप ध्यान एवं प्राणायाम आदि करने का अभ्यास एवं धूम्रपान त्यागने का परामर्श दिया गया. प्रोजेक्टर मशीन के द्वारा एक चलचित्र चलाकर एक विशेष प्रशिक्षण सत्र का भी संचालन किया गया.बताया गया कि गायत्री परिवार के तत्वाधान में संपूर्ण सीमांचल क्षेत्र में सर्वप्रथम आयोजित इस प्रकार के सामूहिक गर्भोत्सव संस्कार एवं यज्ञ के महत्ता एवं मूल उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए गायत्री परिवार के परिजन सह मीडिया प्रभारी रणजीत कुमार गुप्ता ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन का मूल उद्देश्य गर्भस्थ शिशु के सर्वांगीण विकास के बारे में माता-पिता अवगत कराना है.उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक शोधों के बाद आज चिकित्सक,मनोवैज्ञानिक ,परा मनोवैज्ञानिक तथा जेनेटिक साइंस भी स्वीकार कर रही है. कि केवल जींस ही नहीं बल्कि माता-पिता के आचार- विचार,परिवार और समाज के वातावरण का भी गर्भस्थ शिशु पर गहरा प्रभाव पड़ता है. गर्भावस्था से ही उसका व्यक्तित्व व्यवहार और स्वभाव बनने लगता है अगर हम चाहते हैं कि हमारे घर में राम-कृष्ण, भक्त प्रल्हाद, संत मेही दास, विवेकानंद, अब्दुल कलाम एवं गांधी जैसे प्रतिभाशाली व्यक्ति एवं दिव्य संताने हो तथा एक बेहतर समाज बने तो ऐसे संस्कारवान कार्यक्रमों को राष्ट्रहित में निश्चित रूपेण करवाना चाहिए.कार्यक्रम के अंत में गायत्री शक्तिपीठ द्वारा सभी महिलाओं एवं आगत परिजनों को सत साहित्य का एक सेट एवं मां गायत्री की एक तस्वीर भेंट स्वरूप दी गई. कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन गायत्री परिवार से जुड़ी परिजन शिप्रा भारद्वाज एवं मंच संचालन रणजीत कुमार गुप्ता ने किया.कार्यक्रम के समापन के पश्चात सबो ने सामूहिक अमृतासन (खिचड़ी भोज )एवं खीर के प्रसाद का भरपूर आनंद लिया.कार्यक्रम को सफल बनाने में नंदकिशोर जयसवाल,रामचंद्र चौधरी, बीर नारायण गुप्ता, अमोद सिंह, संतोष चौधरी, प्रमोद सिंह, दिनेश चौधरी, सपन कुमार, गोपाल चौधरी, विजय साह, मुकेश सिंह, शोभा देवी, उषा चौधरी,सुमित्रा देवी, रीता सिंह, रीना सिंह, ममता देवी, किरण गुप्ता, मंजू देवी, राम सागर सिंह आदि तत्पर थे..
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