*“एक पेड़ मां के नाम” से स्वच्छता ही सेवा अभियान का शुभारंभ।*
*मातृ सम्मान और पर्यावरण संरक्षण का मिला अद्भुत संदेश।*
बनमनखी (पूर्णिया):-नगर परिषद बनमनखी की सभापति संजना देवी की अध्यक्षता में शनिवार को स्वच्छता ही सेवा अभियान का शुभारंभ किया गया। इस वर्ष यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक विशेष रूप से चलाया जाएगा। कार्यक्रम की शुरुआत “एक पेड़ मां के नाम” विषय से हुई, जिसने उपस्थित जनसमुदाय को मातृ सम्मान और पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर विचार करने को प्रेरित किया।
अभियान के उद्देश्य और पहल:-अभियान के अंतर्गत सफाई कर्मियों के लिए सुरक्षा शिविर का आयोजन कर उनके स्वास्थ्य जांच, बीमा तथा अन्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित किया जाएगा। नगर परिषद के पदाधिकारियों ने बताया कि इस पहल का मकसद सफाई कर्मियों के योगदान को सम्मानित करना और उन्हें स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
“एक पेड़ मां के नाम” का संदेश:-आज के कार्यक्रम का केंद्रीय आकर्षण था “एक पेड़ मां के नाम”। यह विषय प्रतीकात्मक रूप से माताओं के योगदान और प्रकृति के महत्व को जोड़ता है। इसका सार है कि हर व्यक्ति अपनी मां के नाम पर एक पेड़ लगाए। यह छोटा सा कार्य न केवल माताओं के पोषणकारी, त्यागमयी जीवन को सम्मान देता है बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए सुरक्षित और हरित वातावरण भी तैयार करता है।
सभापति संजना देवी ने कहा—“एक पेड़ मां के नाम विषय हमें पेड़ों की महत्ता, उनके संरक्षण और मां के प्रति हमारी भावनाओं की गहराई को समझने का अवसर देता है। पेड़ जीवनदायी होते हैं, जो अगली पीढ़ियों को पोषण और सुरक्षा प्रदान करते हैं। जिस प्रकार मां परिवार को संवारती है, उसी तरह पेड़ धरती को संवारते हैं।”
कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि भारतीय समाज में पेड़-पौधों को हमेशा जीवन का अनिवार्य हिस्सा माना गया है। हमारे शास्त्रों और परंपराओं में पेड़ों को देवता समान सम्मान दिया गया है। पत्तों, शाखाओं और फूलों से लेकर हर पेड़ जीवन का प्रतीक है और एक मां की तरह अगली पीढ़ियों के भविष्य की रक्षा करता है।
इस अवसर पर उप सभापति प्रमिला देवी, वार्ड पार्षदगण, जीविका समूह की महिलाएं, स्वच्छता पदाधिकारी सुश्री आर्या, सिटी मैनेजर वैभव आनंद, कार्यालय के मनोहर प्रसाद गुप्ता, संजय कुमार पासवान सहित अन्य कर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में पेड़ों की महत्ता और उनके संरक्षण पर बल दिया तथा इस अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया।