सरसी के पारसमणि में नव विवाहिता की शव मिलने सनसनी,मृतिका के भाई का आरोप ससुराल वाले ने की हत्या.
9 माह पूर्व पारासमनी निवासी विक्रम पासवान ने बहला फुसलाकर मृतिका जुली से किया था प्रेम विवाह.
पुर्णिया(बिहार):-पूर्णिया जिला के सरसी थाना क्षेत्र के पारसमनी पंचायत के मिल्की गांव में सोमवार की शाम एक शादीशुदा युवती का शव सरसी पुलिस द्वारा उसके ससुराल के घर से बरामद किया.मृत युवती जुली कुमारी उम्र 16 वर्ष है. इस मामले में मृत युवती के भाई ने ससुराल वालों पर फांसी लगाकर हत्या का आरोप लगाया है.
सोमवार शाम सरसी पुलिस को यह सूचना मिली कि मिल्की गांव के बिक्रम पासवान की पत्नी जुली कुमारी(16) की शब उसके घर में रखा हुआ है तथा घर के सभी लोग फरार है. स्थानीय लोगों की सूचना पर सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो पाया कि शव घर के अंदर रखा हुआ है तथा घर के सभी सदस्य मौका ए वारदात से फरार है. सरसी पुलिस द्वारा स्थानीय लोगों की मदद से शब को टैंपू पर डालकर स्थानीय थाना लाया.कुछ देर बाद मृत युवती के नेहर वाले भी स्थानीय थाना पहुंचा तथा मामला दर्ज करवाया.
मृत युवती के भाई सोनू कुमार यादव द्वारा पुलिस के सामने दिए बयान ने यह बताया है कि वह मरंगा थाना क्षेत्र के मुर्गी फार्म वार्ड संख्या 9 का निवासी है. 9 माह पूर्व उसकी बहन जुली कुमारी से पारसमणि पंचायत के मिलकी गांव निवासी गणेश पासवान के पुत्र विक्रम पासवान ने बहला फुसला कर शादी कर ली.लड़का दूसरी जाति के होने के कारण अपनी प्रतिष्ठा का ध्यान रखते हुए अपनी बहन को उसके ससुराल में ही रहने छोड़ दिया.इसके बाद उन्हें 31 अगस्त की संध्या सूचना मिली कि उनकी बहन जुली कुमारी की हत्या हो गई है तथा उनके शव को सरसी पुलिस उठा कर थाने लायी है.
कुछ देर बाद विक्रम पासवान द्वारा भी मृत युवती के छोटे भाई को फोन कर यह कहा गया कि उसके बहन की मृत्यु हो गई है. सरसी थाना पहुंचकर मृत युवती के भाई द्वारा लिखित बयान दिया गया.जिसमें यह आरोप लगाया गया है कि बिक्रम पासवान एवं उसके परिवार वालों द्वारा उसकी बहन की हत्या फांसी लगाकर कर दी गयी है.
मामले में सरसी थानाध्यक्ष मनीष कुमार झा ने बताया कि पुलिस मृत युवती के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद नेहर पक्षों को सुपुर्द कर दिया गया है तथा पुलिस मृत युवती के भाई सोनू कुमार यादव के बयान पर हत्या का मामला दर्ज करते हुए अनुसंधान कार्य में जुट गई है.
सरसी से✍️चंद्रलोक कुमार मधुकर की रिपोर्ट