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संपादकीय
*“पूर्णियां के बैरगाछी से बिहार के मुख्यमंत्री तक का सफ़र”*
“पूर्णियां के बैरगाछी से बिहार के मुख्यमंत्री तक का सफ़र”
✍️ स्मृति विशेष संपादकीय ✍️
आज हम याद कर रहे हैं बिहार के पहले दलित मुख्यमंत्री भोला…
*“गोरेलाल मेहता महाविद्यालय: हिंदी दिवस या फॉर्च्यूनर दिवस?”*
“गोरेलाल मेहता महाविद्यालय: हिंदी दिवस या फॉर्च्यूनर दिवस?”
हिंदी दिवस और स्थापना दिवस का मंच था। अवसर था भाषा और संस्कृति की गरिमा बढ़ाने का,…
नेपाल में सोशल मीडिया पर प्रतिबंध — जब “लाइक” की जगह गोलियाँ चलीं।
संपादकीय: नेपाल में सोशल मीडिया पर प्रतिबंध — जब "लाइक" की जगह गोलियाँ चलीं।
नेपाल सरकार ने 4 सितंबर 2025 को फेसबुक, एक्स (ट्विटर), यूट्यूब,…
“नोट जलाने की नालायकी और भ्रष्टाचार का महाआयोजन”
भ्रष्टाचार की आग में जलते देश में बिहार के एक इंजीनियर साहब ने सचमुच “आग” से रिश्ता जोड़ लिया। करोड़ों की नकदी थी, और जब EOU…
“प्रमाण पत्र का झोल और सोशल मीडिया का शोर”
✍ प्रखंड सह अंचल कार्यालय की वर्तमान व्यवस्था पर ताजा व्यंग्य ✍
बनमनखी प्रखंड सह अंचल कार्यालय इन दिनों किसी कॉमेडी शो से कम नहीं।…
“ऑपरेशन थिएटर में डिग्री नहीं, जुगाड़ चाहिए”
✍ संपादकीय व्यंग्य ✍
पूर्णिया सदर अस्पताल में बड़ा खुलासा हुआ है। अबतक हम और आप सोचते थे कि डॉक्टर बनने के लिए डिग्री चाहिए, लेकिन यहाँ का…
“बनमनखी में योजनाओं का पैसा ग़ायब, सचिव हुए सेवानिवृत्त – अफसर और नेता देखते रह गए”
✍व्यंग्यात्मक संपादकीय समाचार✍️
बनमनखी अनुमंडल की सहुरिया पंचायत में 15वीं वित्त आयोग से आई राशि के ग़बन का मामला अब प्रशासन और राजनीति—दोनों के…
“लालू की ठेठ ठसक और महागठबंधन का ‘राजनीतिक इंजेक्शन’”
✍ संपादकीय व्यंग्य✍️
बिहार की राजनीति में अचानक जैसे कोई पुराना रेडियो फिर से बज उठा हो। बरसों की खामोशी के बाद जब लालू प्रसाद यादव सासाराम की धरती…
“वोट चोरी बनाम वोट भ्रम : मुद्दों की बलि, बयानों की आरती”
✍️ -:संपादकीय व्यंग्य-विश्लेषण:-✍️
बिहार की राजनीति हर चुनाव से पहले एक नया नाटक रचती है। कभी जाति समीकरण की पटकथा, कभी विकास का अधूरा सपना, और…