*बनमनखी के धोकरधारा में ‘बाबा’ ब्रांड का उदय, पास्ता फैक्टरी से बदलेगी ग्रामीण अर्थव्यवस्था.*
ग्रामीण क्षेत्र में उद्योग स्थापित कर आत्मनिर्भर भारत की सोच को जमीन पर उतारते हुए बनमनखी प्रखंड के धोकरधार गांव में स्थानीय उद्यमी संतोष चौधरी ने ‘BABA (बाबा) फूड प्रोडक्ट्स’ नाम से खाद्य प्रसंस्करण यूनिट की स्थापना की है। इस फैक्टरी में पास्ता, फ्यूसीली, मैकरोनी सहित विभिन्न खाद्य उत्पादों का निर्माण किया जा रहा है, जो बाजार में तेजी से अपनी पहचान बना रहा है।
बनमनखी (पूर्णिया)।:ग्रामीण क्षेत्र में उद्योग स्थापित कर आत्मनिर्भर भारत की सोच को जमीन पर उतारते हुए बनमनखी प्रखंड के धोकरधारा गांव में स्थानीय उद्यमी संतोष चौधरी ने ‘BABA (बाबा) फूड प्रोडक्ट्स’ नाम से खाद्य प्रसंस्करण यूनिट की स्थापना की है। इस फैक्टरी में पास्ता, फ्यूसीली, मैकरोनी सहित विभिन्न खाद्य उत्पादों का निर्माण किया जा रहा है, जो बाजार में तेजी से अपनी पहचान बना रहा है।
‘बाबा’ ब्रांड की यह इकाई केवल एक फैक्टरी नहीं, बल्कि ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार का नया द्वार बनकर उभरी है। उत्पादन, पैकिंग, भंडारण और परिवहन जैसे कार्यों में स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिल रहा है। इससे क्षेत्र में पलायन की समस्या पर भी अंकुश लगने की उम्मीद जताई जा रही है।
उद्यमी संतोष चौधरी ने बताया कि बाबा फूड प्रोडक्ट्स की स्थापना का मुख्य उद्देश्य स्थानीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री तैयार कर लोगों को रोजगार देना है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उत्पादन क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ नए उत्पाद भी बाजार में उतारे जाएंगे, जिससे और अधिक युवाओं को काम मिल सकेगा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि धोकरधार जैसे ग्रामीण क्षेत्र में इस तरह की फैक्टरी लगना पूरे बनमनखी क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। इससे न सिर्फ क्षेत्र की पहचान बढ़ेगी, बल्कि अन्य युवाओं को भी स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी।
ग्रामीण परिवेश में स्थापित ‘बाबा’ फूड प्रोडक्ट्स आज इस बात का उदाहरण बन रहा है कि यदि इच्छाशक्ति मजबूत हो तो गांव से भी उद्योग और रोजगार की मजबूत नींव रखी जा सकती है। यह पहल निश्चित रूप से बनमनखी के औद्योगिक और आर्थिक विकास की कहानी को नया आयाम देगी।










