जहरीली शराब पीने से दो लोगो की हुई मौत, दो की स्थिति गंभीर, पुलिस मामले की जांच में जुटी.
दरभंगा:- बिहार में जहरीली शराब की वजह से एक बार फिर मौतें हुईं हैं। ताजा मामला दरभंगा जिले के हायाघाट प्रखंड के मकसूदपुर गांव का है। जहां शराब पीने से 2 लोगो की मौत हो गई है। जबकि दो की स्थिति नाजुक बनी हुई है। एक पीड़ित का इलाज़ DMCH में चल रहा है। जबकि दूसरे पीड़ित का इलाज समस्तीपुर में चल रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि बिहार में शराबबंदी के सात साल होने के वावजूद जहरीली शराब पीने से होने वाली मौतें थम क्यों नहीं रहीं हैं? वही हायाघाट थाना के प्रभारी संजय सिंह ने कहा शराब पीने से मौत मामले में अनुसंधान चल रहा है। जांच उपरांत ही पता चल सकेगा कि मौत के पीछे का कारण क्या है।
दरअसल, हायाघाट प्रखण्ड के मकसूदपुर गांव में बीते रविवार को दिन के करीब 1 बजे1 55 वर्षीय लालटून सहनी, 29 वर्षीय अर्जुन दास, 26 वर्षीय संतोष कुमार दास, 50 वर्षीय भूखला सहनी सहित 5 लोगो ने एक साथ बैठकर देशी शराब पी और सोमवार की सुबह से चार लोगों की तबियत बिगड़ने लगी। इसके बाद आनन-फानन में परिवार के सदस्यों ने चारों पीड़ित को इलाज के लिए हायाघाट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जिसमे से संतोष कुमार दास और भूखला सहनी सुबह के करीब 10 बजे दम तोड़ दिया। वही लालटून सहनी का इलाज DMCH में तथा अर्जुन दास का इलाज समस्तीपुर में चल रहा है।
वही लालटून सहनी की बेटी पार्वती देवी ने कहा कि ये लोग थोड़ा सा शराब पी लिए थे। ऐसे ये लोग रोज ही शराब पीते हैं। पीने वाले आदमी को तो अपलोग जानते ही है। शराब नही पिता है तो उसको नींद नहीं होता है। इस बार जो दो-चार आदमी पिया उसमें से मेरे गांव के दो लोग के साथ हादसा हो गया मर गया। जिसमे से एक मेरा चाचा लगता है और एक भाई लगता है गांव घर का। शराब पीने में से जो आदमी बचा है। एक समस्तीपुर के अस्पताल में भर्ती है और हम अपने पिताजी को यहां डीएमसीएच लाए हुए हैं।
वही उन्होंने बताया कि पांच लोगो ने एक साथ शराब पी थी। जिसमे से 2 की मौत हो गई। मृतकों में भूखला सहनी और संतोष कुमार दास है। ये दोनो मकसूदपुर के रहने वाले है। एक की मौत दिन के करीब 10 बजे हुई है। तथा दूसरे की मौत सुबह के 8 बजे के करीब हुआ है। वही उन्होंने बताया कि शराब उन लोगों ने कल ही पी थी। उसमें जरूर कुछ मिला होगा। जिसकी वजह से आज मौत हो गई। मेरे पिताजी की स्थिति के बारे में कुछ बताया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि मेरे घर के पास में एक दिनेश दास नाम का दिव्यांग व्यक्ति है। कुछ कर के खाने लायक नही है। यह नहीं कहा जा सकता है कि बनाकर बेजता है या कहीं से लाकर बेचता है। क्योकि हम दो-तीन साल से मायका नही जा रहे है।