बनमनखी(पूर्णिया):जानकीनगर के महषि मेंहीं योगा आश्रम में सत्संग प्रेमियों को संबोधित करते हुए अररिया आश्रम के स्वामी शिवानंद बाबा ने कहा कि ईश्वर ने हमारी एक ही जाती बनायी है.
वह है मानव जाति.संत महात्माओं ने मानव उपकार के लिए शुभ कर्म करने का एक मार्ग दिखाया.जिसे मानव धर्म कहां गया.अगर सबों में सदाचार आ जाए और लोग परस्पर मेल से रहें तो निसंदेह उज्जवल सामाज बनेगा.वहीं कुप्पाघाट भागलपुर के संत रविन्द्र बाबा, महेन्द्र बाबा सहित अन्य साधु-महात्माओं ने प्रवचन दिये.
सत्संग में आने वाले ही परमात्मा के कृपापात्र बनते हैं। सत्संग से ही जीव को वह ज्ञान प्राप्त होता है जिससे इस संसार के दुखों से छुट कर अंनत सुख को प्राप्त कर सकते हैं। सत्संग-भजन करनेववाले को जन्म मरण के बंधन से मुक्ति मिल जाती है। इसके लिए सच्चे सदगुरु की शरण में जा कर उनके बताए मार्ग पर चलना चाहिए। सच्चे सदगुरु परमात्मा से मिला देने वाले होते हैं। उन्होंने कहा कि परमात्मा की प्राप्ति अपने अंदर में होगी। इसके लिए गुरु से युक्ति जानकर भक्ति करनी चाहिए।