बनमनखी(पुर्णिया):- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर इकाई बनमनखी के द्वारा डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जयंती के शुभ अवसर पर धूमधाम से मनाया गया शिक्षक दिवस। वही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता शशि शेखर कुमार ने कहा कि भारत के प्रथम उप-राष्ट्रपति और द्वितीय राष्ट्रपति रहे डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक प्रख्यात शिक्षाविद, महान दार्शनिक, आस्थावान, हिन्दू विचारक और भारतीय संस्कृति के संवाहक थे। वही केमिस्ट्री के पुनीत सर ने कहा कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन बचपन से ही मेधावी थे। उन्होंने दर्शनशास्त्र में एम.ए. की उपाधि ली और सन् 1916 में मद्रास रेजीडेंसी कॉलेज में दर्शनशास्त्र के सहायक प्राध्यापक नियुक्त हो गए। इसके बाद वे प्राध्यापक भी रहे।
कॉलेज अध्यक्ष विशाल कुमार सिंह ने कहा कि डॉ. राधाकृष्णन अपने राष्ट्रप्रेम के लिए विख्यात थे, फिर भी अंग्रेजी सरकार ने उन्हें ‘सर’ की उपाधि से सम्मानित किया क्योंकि वे छल-कपट और अहंकार जैसे भाव से कोसों दूर थे। एक बार शिकागो विश्वविद्यालय ने डॉ. राधाकृष्णन को तुलनात्मक धर्मशास्त्र पर भाषण देने के लिए आमंत्रित किया था। वे भारतीय दर्शनशास्त्र परिषद् के अध्यक्ष भी रहे। कई भारतीय विश्वविद्यालयों की भांति कोलंबो एवं लंदन विश्वविद्यालय ने भी अपनी-अपनी मानद उपाधियों से उन्हें सम्मानित किया था।इस मौके पर कार्यालय मंत्री विजय पासवान, कॉलेज मंत्री चंदन मेहरा, राष्ट्रीय कला मंच प्रमुख प्रह्लाद कुमार अमर,सूरज दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे।।