जिगर के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से परिजन असंतुष्ट,बेसरा जांच कराने की किया मांग.
गत 8 सितंबर को डा मिनहाज रही के केम्पस से पुलिस ने एक गड्ढे से बरामद किया था जिगर का शव,11 दिन बाद आया पोस्टमार्टम रिपोर्ट.
PURNEA:-बनमनखी के जिगर राज के संदेहास्पद मौत मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गया है.पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पानी में डूबने से मौत की बात सामने आया है.जिसपर मृतक के पिता ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराया है.जिसके कारण जिगर मौत की गुलथि सुलझने के जगह और भी उलझ गया है.जिगर के मौत मामले की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जिगर के पिता बिपिन कुमार यादव ने कांड के अनुसंधानकर्ता बनमनखी थाना अध्यक्ष व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से भेसरा जांच की मांग किया है. जिसका समर्थन बनमनखी के तमाम सामाजिक व छात्र संगठन कर रहे हैं.
इस संबंध में जिगर के पिता बिपिन कुमार यादव ने बताया कि मेरे मासूम जिगर की मौत डूबने से नही हुआ है बल्कि उसकी हत्या कर उसके शव को चापाकल के गड्ढे में फेंक दिया गया था.उन्होंने बताया कि जिस वक्त पुलिस ने जिगर का शव डॉ मिनहाज राही के अवासीय परिज़र से बरामद किया गया था. उस वक्त जिगर के नाक,कान एवं मुह से ब्लड निकल रहा था.उसका एक हाथ मोरोरा हुआ था.इसके बाबजूद भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख नही किया जाना पुरे जांच रिपोर्ट पर न केवल संदेह उत्पादन हो रहा है बल्कि इस मामले में हाई लेवल मैनेजिंग की ओर इशारा करता है.
इसके अलावा पीड़ित श्री यादव ने कहा कि घटना के बाद बनमनखी पुलिस मेरे आवेदन पर डॉ राही उसकी पत्नी व पुत्र पर हत्या का मामला तो दर्ज कर लिया लेकिन न तो कभी ममले कि जांच किया और न हीं कभी आरोपी से पुछ-ताछ की.उन्होंने बताया कि जिस बेसब्री से बनमनखी पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहा था उससे साफ है कि आरोपी ने सबको अपने मेल में कर मामले की रफा दफा करवाने में जुट गया है.और हुआ भी वही जो आरोपी व बनमनखी पुलिस चाह रही थी.उन्होंने कहा कि इस मामले में अनुमंडक पुलिस पदाधिकारी सहित पुलिस अधीक्षक पुर्णिया एवं पुर्णिया प्रमंडल के आईजी से बेसरा जांच की मांग किया है.जब तक बेसरा रिपोर्ट नही आ जाता हम इंसाफ के लिए लड़ते रहेंगे.
*क्या कहते हैं सामाजिक कार्यकर्ता:*
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता डा कृष्णा कुमारी,शशि शेखर कुमार ने कहा कि मृतक जिगर के परिजन को पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर किसी तरह का शंका है तो इस कांड के अनुसंधानकर्ता व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को भेसरा की जांच हेतु सिविल सर्जन से लिखित रूप से मांग करना चाहिए.इससे पीड़ित परिवारों को पुलिस के प्रति भरोसा कायम रहेगा.वही बजरंज दल उज्ज्वल कुमार,सामाजिक कार्यकर्ता नंदन कुमार चौधरी, जाप नेता निशांत निशु,अजय कुमार,राकेश ठाकुर,छात्र नेता अभिषेक सिंह,अवधेश सिंह राजपूत, कुमार आर्यन आदि ने कहा कि दो पिट के गड्ढे में 7 वर्ष का बच्चा की डूबने से मौत शुरू से हीं हत्या की ओर इशारा करता है.मामले में न केवल पुलिस की भूमिका संदेहास्पद रहा है बल्कि शव का अंत्यपरीक्षण करने वाले टीम व उसके द्वारा 11 दिन बाद बनमनखी पुलिस को सौंपी गई रिपोर्ट पर सवाल उठना लाजमी है.लोगों ने मामले में बेसरा जांच के साथ-साथ निष्पक्ष न्याययिक जांच की मांग की है.
*क्या है पूरा मामला:*
गत 8 सितंबर को शाम पांच बजे अचानक गायब हुए नगर पंचायत बनममखी वार्ड नंबर-7 निवासी विपिन यादव के पुत्र जिगर का शव उसी रात करीब दस बजे बनमनखी पुलिस ने डॉ मिनहाज राही के कैम्पस में एक चापाकल के गड्डा से बरामद किया था.पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर सबसे पहले अनुमंडलिय अस्पताल बनमनखी ले गया जहां से उसे पोस्टमार्टम हेतु पुर्णिया भेज दिया गया.इधर मृतक के पिता के लिखित आवेदन पर बनमनखी थाना पुलिस ने इस कांड में डॉ मिनहाज राही सहित तीन लोगों को नामजद प्राथमिकी दर्ज कर पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहे थे.इसी बीच 11 दिन के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट आया तो पुलिस मामले का रफा दफा करने में जुट गई है.
कोट:-
मेरे ऊपर लगाया गया सभी आरोप बेबुनियाद था,जिसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से क्लियर हो गया.
“मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप मनगढंत व बेबुनियाद था.जिस परिवार के बच्चा मारा उसे हमलोग जानते भी नही थे.न हीं उनसे कभी मेरा किसी तरह का विवाद था.जिस केम्पस में हम भाड़ा पर रहते हैं उसमें मेरे अलावे ओर भी लोग किराये पर राहता है.आरोप झूठा था पोस्टमार्टम रिपोर्ट से क्लियर हो गया.किसी भी जांच के लिए हम तैयार हैं.”
-डा मिनहाज राही,राही नरसिंह होम,बनमनखी
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट से जिगर का परिजन संतुष्ट नही है तो सीएस से मिलकर बेसरा जांच की मांग करे,बेसरा की जांच करना पुलिस का नही है.
“जिगर का पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गया है.रिपोर्ट में क्लियर है कि जिगर का मौत पानी मे डूबने से हुआ था.परिजन बेसरा की मांग कर रहे हैं तो सीएस से जा कर मिले. पुलिस का जो काम था वह किया गया है.पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर अनुसंधानकर्ता केस को क्लोज करने का निर्देश दे दिया गया है.”
-विभाष कुमार,अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, बनमनखी.