गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ अधिकार.
गिरफ़्तारी के विरुद्ध अधिकार सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 135 के अंतर्गत निहित है । इसमें वह शर्त बताई गई है जिसके तहत किसी वकील को किसी भी परिस्थिति में गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है। उल्लिखित धारा के अनुसार, किसी भी वकील को सिविल प्रक्रिया के तहत गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है यदि वह अदालत जा रहा है या अदालत की अध्यक्षता कर रहा है या अदालत से लौट रहा है।