श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन कृष्ण जन्म,श्री राम जन्म एवं भक्त प्रह्लाद के चरित्र का वर्णन किया गया।
भक्त प्रहलाद की धरती बनमनखी में आज भक्त प्रहलाद के चरित्र का का वर्णन किया गया,
प्रतिनिधि, बनमनखी(पूर्णियां):- बनमनखी अनुमंडल मुख्यालय अंतर्गत श्रीमद् भागवत कथा की चौथा दिन श्री कृष्ण जन्म उत्सव, श्री राम जन्म एवं भगवान बावन अवतार के उत्सव के मौके श्रीमद्भागवत सुनने उमड़ा जनसैलाब, दिल्ली से पहुंचे बगलामुखी ट्रस्ट के अध्यक्ष सह साधक आचार्य श्री भरत जी महाराज ने कहा कि सनातन संस्कृति में जीव हत्या कही से नहीं है मदिरा पान बिलकुल नही करे, भक्त प्रहलाद की धरती बनमनखी में आज भक्त प्रहलाद के चरित्र का का वर्णन किया गया, अपने जीवन में गुरु दीक्षा अवश्य लेना चाहिए चुकि गुरु के बिना भगवान नही मिल सकता है , सनातन संस्कृति को बचाने सत्संग जरूरी है, भगवान बावन अवतार में राजा बलि ने भगवान बावन को तीन पग भूमि दान किया दो पग पूरी ब्रह्मांड नाप ली गई एवं तीसरे पग के लिए राजा बलि ने अपना शीश नवा कर भगवान के आगे झुका दिया बावन प्रसन्न होकर राजा बलि को सतलोक का राजा बनाया गया, एवं द्वारपाल के रूप में श्री हरि सदेव पहरा देगे
*जाड्यं धियो हरति सिञ्चति वाचि सत्यं ा*
*मानोन्नतिं दिशति पापमपाकरोति।*
*चेतः प्रसादयति दिक्षु तनोति कीर्ति*
*सत्सङ्गतिः कथय किं न करोति पुंसाम्*
सत्सङ्गति मनुष्यों के लिए क्या नहीं करती? सत्सङ्गति मनुष्यों बुद्धि की जडता / अज्ञानता को दूर करती है। वाणी में सत्य का प्रसार करती है। मान-सम्मान में वृद्धि करती है । पाप को दूर करती है । चित्त को प्रसन्न करती है तथा उसके यश को चारों दिशाओं में प्रसार करती है। मान-सम्मान में वृद्धि करती है । पाप को दूर करती है । चित्त को प्रसन्न करती है तथा उसके यश को चारों दिशाओं में प्रसारित करती इस अवसर पर दिल्ली से पहुंचे आचार्यगण आचार्य अरुण शास्त्री, रवि राज शास्त्री ,सत्येंद्र शास्त्री, धर्मेंद्र शास्त्री, अशोक शास्त्री विहिप नेता शिव शंकर तिवारी, जीवन ज्योति विघालय के विक्रम प्रताप सिंह ,संगीता सिंह ,विजय सिंह, राजन सिंह, आशीष सिंह, दिलीप चौधरी,विरेन्द्र सिंह,अजय सिंह शिव शिष्य,गुड्डू चौधरी,वीर नारायण सिंह,चन्देशवरी मंडल,नवनीत निश्चल आदि मौजूद थे।