नेकी की दीवार:आपके पास अधिक है तो यहां पर दें और नहीं है तो यहां से लें.
इस तरह की सकारात्मक पहल के लिए समर्थ सेवा फाउंडेशन की खूब हो रही चर्चा.
बनमनखी(पूर्णियां):-एक कहावत है नेकी कर दरिया में डाल.लेकिन पूर्णियां जिला के जानकीनगर में लोग नेकी को दरिया में नहीं दीवारों पर टांग रहे हैं.जी हां,समर्थ सेवा फाउंडेशन की ओर से मिडिल स्कूल चौपड़ा बाजार जानकीनगर के दीवाल पर नेकी की दीवार बनाई गई है. जहां से अब कई बेसहारों को मदद मिलेगी.पश्चिमी देश की तर्ज पर जानकीनगर में ‘नेकी की दीवार’ बनाई गई है. इसका स्लोगन दिया गया है,अगर आपके पास अधिक है तो यहां पर दें और अगर नहीं है तो यहां से लें.
ऐसे बनी नेकी की दीवार:-
फाउंडेशन के अधिकारी दुर्गानंद झा के अनुसार पश्चिमी देशों में पिछले कुछ समय से लोगों ने ऐसी दीवारें तैयार की हैं.इन पर जरूरतमंदों के लिए लोग कपड़े टांगकर चले जाते हैं.इसी तरह जरूरत वाले लोग यहां से कपड़े ले जाते हैं.वहां इन दीवारों को ‘वॉल ऑफ काइंडनेस’ कहा जाता है.इसी तरह की खबर देखने के बाद जानकीनगर में भी इस तरह की मुहिम शुरू करने का निर्णय लिया गया.यहां भी इस तरह की जरूरत महसूस होने से फाउंडेशन के पदाधिकारियों से बातचीत की. इसके बाद जानकीनगर में भी नेकी की दीवार बनाई गई.
नेकी की दीवार पर मिलेगा सब :-
अगर आपके घर में पुराने पहनने, ओढ़ने, बिछाने के कपड़े, किताबें, खिलौना, बर्तन एवं दवाइयां, क्रॉकरी, फर्नीचर आदि जो भी है, जिसका आप प्रयोग नहीं कर रहे हैं और वह क्षेत्र के जरूरतमंदों के काम आ जाए. तो आप उक्त सामान को ‘नेकी की दीवार को दे दीजिए. यहां से जरूरतमंद आकर खुद इन्हें ले जाएंगे. कपड़े टांगने के लिए यहां खूंटियां लगाई गई हैं.इसके अलावा बर्तन आदि अन्य सामान रखने के लिए नीचे जगह बनाई गई है. यहां जरूरतमंद आकर अपनी जरूरत के हिसाब से कोई भी चीज ले सकता है. नेकी की यह दीवार उन लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन व्यतीत कर रहे हैं. अपने स्वाभिमान के कारण किसी के सामने हाथ नहीं फैलाते. जरूरतमंद लोग यहां आकर अपनी जरूरत के हिसाब से चीजें ले सकते हैं.
पहले दिन सौ से अधिक डोनेट के लिए आए :
रविवार से नेकी की दीवार की शुरुआत हुई. पहले दिन 100 से अधिक लोगों ने आकर पहनने, ओढ़ने व बिछाने के कपड़े नेकी दीवार पर डोनेट किए.इस दौरान जरूरतमंदों ने आकर अपने जरूरत के अनुसार कपड़े व अन्य सामान लिया.ठंड के मौसम को ध्यान में रखते हुए काफी लोगों ने गर्म कपड़े व कंबल नेकी की दीवार को दिए. जिन्हें जरूरमंद अपने घर ले गए.इन्हें पाकर वे काफी खुश दिखाई दिए.