UPSC क्लियर कर DSP बने थे रामविलास पासवान, राजनीति में बनाया था अनोखा वर्ल्ड रिकॉर्ड

यूपीएससी क्लियर कर डीएसपी बने रामविलास पासवान, राजनीति में बनाया गया था अनोखा विश्व रिकॉर्ड

रामविलास पासवान में राजनीतिक माहौल भंमिंग की गजब की काबिलियत थी। अपनी इसी काबिलियत के कारण अक्सर राजनीतिक गलियारे में उन्हें मौसम वैज्ञानिक भी कहा जाता था। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि रामविलास पासवान का राजनीति में आने की कहानी भी कुछ कम दिलचस्प नहीं है।

 

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री और एलजेपी नेता रामविलास पासवान का 74 साल की उम्र में बीमारी के बाद निधन हो गया। उनका पिछला कुछ समय से दिल्ली के अस्पताल में इलाज चल रहा था। कुछ दिनों पहले उनकी हार्ट सर्जरी भी हुई थी। इस दौरान उनके बेटे चिराग पासवान और पूरा परिवार उनके साथ था।

 

रामविलास पासवान में राजनीतिक माहौल भांमिंग की गजब की काबिलियत थी। अपनी इसी काबिलियत के कारण अक्सर राजनीतिक गलियारे में उन्हें मौसम वैज्ञानिक भी कहा जाता है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि रामविलास पासवान की राजनीति में आने की कहानी भी कुछ कम दिलचस्प नहीं है।

 

डीएसपी से बने राजनेता
बिहार के खगड़िया जिले के शहर प्रबंधननी गांव में जन्मे रामविलास पासवान यूपीएससी की परीक्षा क्लीयर कर डीएसपी के पद पर चयनीत भी हो गए थे। इस बात से उनके परिवार में खुशी का ठिकाना नहीं था लेकिन उनके दिमाग में कुछ और ही चल रहा था। समाजवादी नेता राम सजीवन से संपर्क में आने के बाद पहली बार 1969 में रामविलास पासवान संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े और पहली बार विधायक बने उनकी बात वह राजनीति में कुछ इस कदर चमके कि लगभग हर मंत्रीमंडल में उस मंत्री पद पर रहे।

बनाई खुद की पार्टी
रामविलास पासवान पहले जनता दल का हिस्सा थे फिर वो नीतीश कुमार के साथ ज़ीयू में आए। लेकिन इस दौरान बिहार में सियासी तस्वीर बहुत तेजी से बदल रही थी और साल 2000 में रामविलास पासवान ने लोक जनशक्ति पार्टी के नाम से अपनी पार्टी का गठन किया। दलितों की सियासत करने वाले पासवान ने 1981 में दलित सेना संगठन भी बनाया था।

 

6 पीएम के साथ काम किया
रामविलास पासवान अपने राजनीति जीवन में लगभग हर मंत्रीमंडल में रहे हैं। रामविलास पासवान देश के 6 प्रधानमंत्री के साथ काम कर चुके हैं। उन्हें चुनावी मिजाज भांपिंग में आगे माना जाता था।

विश्व रिकॉर्ड
रामविलास पासवान 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर हाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़े और सबसे अधिक चार लाख से अधिक वोट से जीत दर्ज करने का रिकॉर्ड बनाया।

क्रेडिट बाय- ZEE