पूछता हैं सम्पूर्ण बनमनखी: मासूम जिगर के हत्यारा कब होगा गिरफ्तार,कब मिलेगा पीड़ित परिजनों को इंसाफ.

पूछता हैं सम्पूर्ण बनमनखी: मासूम जिगर के हत्यारा कब होगा गिरफ्तार.

Justice for Jigar

गत छह सितंबर को गायब हुए मासूम जिगर का शव डॉ मिनहाज राही के केम्पस से किया गया था बरामद.

PURNEA:-बनमनखी के मासूम जिगर की संदेहास्पद मौत के छह दिन बीत गए हैं. लेकिन बनमनखी पुलिस अब भी घटना पर कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं.पुलिस यह भी नही बता पा रहे हैं कि मासूम जिगर की पानी मे डूबने मौत हुई है या उसकी किसी ने साजिश के तहत हत्या कर दिया है.जबकि जिस दिन मृतक का शव एक गड्ढे से बरामद हुआ उसी दिन से मासूम जिगर के परिजन डॉ मिनहाज राही पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं.बाबजूद पुलिस न तो हत्या कांड के उद्भेदन में तेजी ला रहे हैं और न हीं डॉ मिनहाज राही से किसी तरह की पुलिसिया पूछ-ताछ में दिलचस्पी ले रही है.ऐसे में जिगर के माता पिता हतास व निराश इंसाफ़ के लिए दरदर की ठोकर खाने को विवश हैं.इधर पुलिस की सुस्ती पर कई युवा संगठन एक जुट होकर आंदोलन की रूप रेखा तैयार करने में जुट गए हैं.

वायरल ऑडियो सुन कांप जाएंगे आप,लेकिन पुलिस प्रशासन व जनप्रतिनिधि पर कोई असर नही:

मासूम जिगर के पिता खुटहरी निवासी बिपिन यादव के द्वारा जारी एक ऑडियो बड़े तेजी से वायरल हो रहा है.हालांकि वायरल इस ऑडियो की हम पुष्टि नही कर सकते हैं. लेकिन दावे के साथ कह सकता हूँ कि यदि इस ऑडियो आप गौर से एक बार सुन लेंगे तो आपकी रूह कांप जाएगी, कालेज पशिज जाएगा, आंख से आँसू और मुह से आह निकल जरूर निकल जायेगा.महज तीन मिनट का वह ऑडियो जिसे सुनकर हर किसी के दिल मे पीड़ित परिजन के प्रति सहानुभूति जग रहा है लेकिन स्थानीय पुलिस व जनप्रतिनिधियों को इससे कोई खास फर्क नही पड़ रहा है.

वायरल ऑडियो पुलिस व जनप्रतिनिधियों की खोल रही है पोल:

महज तीन मिनट का वह ऑडियो जिसमें एक मासूम पिता की न केवल बेवसी,लाचारी व बदनशिवी को दर्शाता है बल्कि पैसा,पहुच,पवार एवं पुलिस की मनमानी व जनप्रतिनिधियों की बेईमानी की दास्तान जाहिर करता है.वायरल ऑडियो के में कहा जा रहा है कि मेरे पास एक जिगर था जिसके लिए वह घर से दूर बनमनखी में एक किराए के घर रहकर उसकी लालन-पालन व पढ़ाते थे.लेकिन उसे भी हमसे छीन लिया गया.अब हम किसके सहारे जिएंगे.? वह कहते हैं मेरे मासूम जिगर को डॉ राही ने ही अपने परिवार व बैटे के साथ मिलकर हत्या कर दिया है.बाबजूद पुलिस हत्यारे को गिरफ्तार न कर उसका बचाव में जुटी हुई है.उन्होंने यह भी कहा कि मैं बनमनखी के एसडीओ,डीएसपी सहित सभी वरीय अधिकारियों से गुहार लगा कर थक गया हूँ मेरा कोई नही सुन रहा है.वे क्षेत्र के समाजसेवी, जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर भी प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं. और कहते हैं मुझे यकीन था जनता का सेवक हमें इंसाफ दिलाएगा लेकिन वह भी मिलने से न केवल कतराते हैं बल्कि घंटों धूप में खड़ा कर अगले दिन मिलने की बात कह कर भाग देते हैं.वह कहते है अब जाएं तो कहां जाएं.

इंसाफ नही दे सकते तो इच्छा मृत्यु का दें इजाजत, सपरिवार लगा लेंगे मौत को गाला:बिपिन

मासूम जिगर के पिता बिपिन यादव ने कहा कि मेरे पुत्र को डा मिनहाज ने हिं बेरहमी से हत्या कर पानी मे फेक दिया.बनमनखी थाना पुलिस मेरे लिखित आवेदन पर हत्या का मामला भी दर्ज कर लिया है.लेकिन हत्यारा अब भी खुलेआम न केवल घूम रहा है बल्कि अपना क्लिनिक चलाने में व्यस्त है.इधर हम इंसाफ के लिए दर दर भटक रहे हैं.लेकिन कहीं से मुझे ठोस आश्वाशन नही मिल रहा है.स्थानीय पुलिस,तमान जनप्रतिनिधि की चुप्पी से मेरा होंसला पस्त हो रहा है.उन्होंने कहा कि एक लाचार पिता को जब इंसाफ नही मिलेगा तो वह आखिर जीकर क्या करेगा.मुझे इच्छा मृत्यु की इजाजत दे हम सपरिवार मौत को गला लगा लेंगे.घूंट-घूंट कर जीने से बेहतर एक यही मार्ग है.

क्या?? है मासूम जिगर मौत का मिस्ट्री:

जानकारी के अनुसार गत छह सितंबर को शाम में खेलते खेलते जिगर गायब हो गया.अगले दिन डॉ मिनहाज राही के परिसर के एक गड्ढा से जिगर की शव को बनमनखी पुलिस ने बरामद किया.बतया गया कि जिगर के शरीर पर चोट के कई निशान व नाक से ब्लड निकल रहा था.मौके पर जिगर के पिता व अन्य पीड़ित परिजन ने डा राही व उसकी पत्नी मिसेज राही, पुत्र जो जिगर का दोस्त भी था पर हत्या का आरोप लगाते हुए बनमनखी पुलिस को लिखित आवेदन दिया गया.मामले में बनमनखी पुलिस हत्या का मामला दर्ज कर जांच में तो जुट गई है.लेकिन हत्यारे की गिरफ्तारी में हो रही देरी से पीड़ित परिजन सहित आम जनमानस व बनमनखी वासियों में क्षोभ व्यप्त है.

एक के बाद एक हत्याकांड से सहम गया है बनमनखी,पुलिसिया कार्यवाही के बिरुद्ध गोलबंद हो रहे आम लोग:

पुर्णिया जिला के बनममखी अनुमंडल क्षेत्र में पिछले एक माह से सिलसिलेवार घटित आपराधिक घटनाओं ने सबको हिला कर रख दिया है.एक या दो कांड में पुलिस को सफलता जरूर मिली लेकिन अधिकांश मामले में अब भी पुलिस का हाथ खाली है.लेकिन अनुमंडल के तीनों थाना क्रमशः बनमनखी, सरसी व जानकीनगर पुलिस के द्वारा घटनकाण्ड के उद्भेदन में की जा रही लेट लतीफी से लोगों में आक्रोश पनपने लगा है.मामला चाहे सरसी के जुली हत्याकांड हो या फिर जानकीनगर के चांदपुर भंगहा दोहरी हत्याकांड या बनममखी के जदयू नेता व बादल हत्याकांड. इन तमाम कांड में पुलिसिया कार्यवाही की सुस्ती से लोगों में निराशा छाने लगा है.ऐसे में विभन्न सामाजिक संगठन व विपक्षीदल के स्थानीय नेता एक बार फिर चरणबद्ध आंदोलन की पृष्ठभूमि तैयार करने में जुट गए है.अब देखना यह बांकी है कि पुलिस अपना शाख बचा पाती है या नहीं.हालांकि पुलिस प्रशासन का दावा है कि बनमनखी अनुमंडल क्षेत्र में हाल में घटीत सभी घटना का पुलिस तेजी से अनुसंधान कर रही है.तमाम हत्याकांड का शिघ्र हिं सफल उद्भेदन कर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा.

✍️सम्पूर्ण भारत के लिए 👉 चंदन पंडित,सुधीर पंडित व रामदेव शर्मा की रिपोर्ट.