घरेलू गैस पर खाना बनाते समय बरतें सावधानी,वर्ना हो सकती है बड़ी दुर्घटना.

घरेलू गैस पर खाना बनाते समय बरतें सावधानी, वर्ना हो सकती है बड़ी दुर्घटना।

 

नई दिल्लीःप्रजेंट सिनोरियो में शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी तरल पेट्रोल गैस का प्रयोग किया जा रहा है। एक दौर में महिलाओं और लकड़ी और उपले के ईधन से चूल्हे पर खाना पकाती थे, लेकिन अब जब बदल गया है लिहाजा ज्यादातर घरों में गैस पर भोजन पकाने जाता है। एलपीजी जितना फायदेमंद है उतनी खतरनाक भी है। अति ज्वलनशील होने के कारण इसके प्रयोग के दौरान अगर किसी ने जरा सी भी लापरवाही बरती तो ये आप किसी हादसे का शिकार हो सकते हैं। जैसा कि आप आए दिन ही गैस सिलेंडर से होने वाली घटनाओं के बारे में पढ़ते हैं। इसलिए यह प्रयोग करते समय आपको कुछ समय भी आवश्यक हैं। यहाँ हम आपको इसके सही प्रयोग के टिप्स दे रहे हैं।

 

 

हमेशा चैक करें सिलेंडर की एक्सपायरी डेट:-जब भी आपके घर में गैस सिलेंडर आए तो इसकी जांच जरूर करें कि कहां आपको एक्सपायरी डेट का सिलेंडर तो नहीं मिला. बता दें कि घरों में होने वाले कई हादसों की वजह एक्सपायरी सिलेंडर भी होते हैं. वैसे तो पेट्रोलियम कंपनियां सिलेंडर की एक्सपायरी डेट हमेशा ही ध्यान में रखती हैं लेकिन फिर एक जागरुक उपभोक्ता होने के तौर पर आपको भी इसकी जांच करनी चाहिए. क्योंकि कालाबाजारी के चक्कर में कुछ सिलेंडर सुरक्षा चेक से बच जाते हैं और गलती से आपके घर पहुंच जाते हैं. सिलेंडर की एक्पायरी डेट करना कोई बेहद कठिन काम नहीं है. इसलिए आपको सिर्फ सिलेंडर पर लिखे कुछ अक्षर को ध्यान में रखना आवश्यक होता है. सिलेंडर आपने ए, बी, सी, डी और उसके आगे कुछ नंबर लिखे देखे होंगे.

 

 

ऐसे होती है सिलेंडर की एक्सपायरी डेट की जांच:-इन अक्षरों में ए का मतलब है जनवरी से मार्च, बी यानी अप्रैल से जून, सी का मतलब जुलाई से सितंबर और डी अक्टूबर से दिसंबर. इसके आगे लिखे अंकों का संबंध एक्सपायरी महीने के खत्म होने वाले साल से होता है. उदाहरण के लिए सिलेंडर पर अगर ए-24 लिखा है तो इसका मतलब सिलेंडर की एक्सपायरी डेट साल 2024 में जनवरी से मार्च तक होगी. अगर सिलेंर पर बी-20 लिखा है तो इसका मतलब है कि 2020 में अप्रैल से जून के बीच सिलेंडर एक्सपायर हो रहा है. अब आगे से सिलेंडर लेते समय उसकी एक्सपायरी डेट जरूर चेक कर लें.

 

 

रसोई में काम करते हुए कब रखें इन बातों का रखें: – गैस पर काम करते वक्त किचन में सूती कपड़े सूती एप्रन पहने रहें न ही – सिंथेटिक। क्योंकि सिंथेटिक जरा सी लापरवाही होने पर आग जल्द आग पकड़ता है।चालू गैस पर कुछ चढ़ा कर भूल न जाना, उस पर पूरा ध्यान रखें। साथ ही हवा के श्रवण के लिए सभी दरवाजे और खिडकियां खोल देते हैं ।चनचन में काम करते जल्द अगरबत्ती, मोमबत्ती और आभूषणों का प्रयोग भूलकर भी न करें।जतन पर गैस रखी गई है कि जगह आस-पास मिट्टी का तेल या अन्य तरल लव ना। रखें।गैस लीक होने पर रिस्यूलेटर को हटाकर सेफ्टी कैप लगा दें और उसे सिलेंडर को खुला में रखकर नियंत्रक को सूचना दें।गैस का रेगुलेटर बंद कर दें और सभी गैस स्टोव भी बंद ही रखें।सेफ्टी टोपी सिलेंडर के ऊपर वापस डाल दें।