श्रीमद् भागवत महापुराण कथा के छठे दिन कृष्ण रुक्मणी विवाह उत्सव का वर्णन आचार्य भरत जी के द्वारा किया गया

विहिप प्रखंड अध्यक्ष शिव शंकर तिवारी ने व्यास जी से आशीर्वाद ली

प्रतिनिधि, बनमनखी(पूर्णिया):- बनमनखी अनुमंडल मुख्यालय अंतर्गत हो रहे श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन श्री कृष्ण रुकमणी विवाह के अवसर पर श्रद्धालुओं का उबड़ा जनसैलाब विहिप प्रखंड अध्यक्ष शिव शंकर तिवारी ने व्यास गद्दी पर बेठे आचार्य साधक श्री भरत जी महाराज से आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि बनमनखी संतों की भगवान नरसिंह की जन्मभूमि है, भक्त प्रल्हाद की नगरी है मृत्यु के भय को दूर करने के लिए एवं मोक्षकी प्राप्ति के लिए श्रीमद् भागवत भजन एकमात्र साधन है। जिसको भगवान वेदव्यास के पुत्र शुकदेव मुनी ने राजा परिक्षित को सुनाई थी वह कथा कहने दिल्ली से बगलामुखी ट्रस्ट के अध्यक्ष सह साधक कथा वाचक आचार्य श्री भरत जी महाराज के द्वारा बनमनखी वासी को सुनाई जा रही है। श्रीमद् भागवत कथा के आयोजक श्री विक्रम सिंह एवं संगीता सिंह का बहुत-बहुत धन्यवाद जो इतना बड़ा आयोजन करवाया। आचार्य भरत जी महाराज ने कहा भागवत भजन के बगैर मोक्ष की प्राप्ति नहीं हो सकती। हम सब सनातनी हैं जो लोग सनातनी बनना चाहते है अपना घर पुनः आ सकते है। इस अवसर पर विजय सिंह,राजन सिंह,आशिष सिंह,गुड्डू चौधरी,दिलिप चौधरी,प्रमोद सिंह,अमोद सिंह,नंद किशोर जायसवाल,दीनकर पांडे,विशाल कुमार,नवनित निश्चल,चंदेश्वरी मंडल आदि।