*विभिन्न मांगों को लेकर बनमनखी अनुमंडल कार्यालय पर भाकपा का रोषपूर्ण प्रदर्शन.*

बनमनखी(पूर्णियां):-बुधवार को अभियान बसेरा टू के तहत सभी बास विहीनों को बास की जमीन देने ,किसानों को सस्ती दर पर समय से खाद बीज मुहैया करने, विभिन्न योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं बढ़ते अपराध पर रोक लगाने आदि मांगों को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी अपने स्थापना दिवस के अवसर पर बनमनखी अनुमंडल कार्यालय के समक्ष किया रोषपूर्ण प्रदर्शन.

 

प्रदर्शन का नेतृत्व भाकपा के युवा नेता सचेन्द्र यादव एवं ललन चौधरी ने की.मौके पर आंदोलनकारी एवं उपस्थित समूह को संबोधित करते हुए भाकपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण एवं राज्य सरकार निर्देश के बावजूद भी नहीं दिया जा रहा है बासगीत पर्चा.उन्होंने कहा कि आजादी के 76 वर्ष बाद भी वंचित एवं उपेक्षित समाज के लोग कीड़े मकोड़े की जिंदगी जीने को है विवश.

 

भाकपा नेता ने कहा कि किसानों के फसल का लाभकारी दाम नहीं मिलने के कारण देश में प्रति वर्ष बारह हजार किसान आत्महत्या करने को हैं मजबूर.उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों की नहीं कॉरपोरेटियों की है.श्री प्रभाकर ने कहा कि कमर तोड़ महंगाई, रिकॉर्ड तोड़ बेरोजगारी, गिरती अर्थव्यवस्था,ध्वस्त होती लोकतांत्रिक व्यवस्था एवं धरल्ले से बिक रही सरकारी संपदा से आज लोग त्रस्त है परंतु केंद्र की सरकार हिंदू और मुसलमान करने में मस्त है.

 

उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराये बिना देश को बचाना संभव नहीं.भाकपा के पूर्णिया जिला मंत्री विकास चंद्र मंडल ने कहा कि किसानों और भूमिहीनों की अनदेखी भाकपा बर्दाश्त नहीं करेगी ,जिला प्रशासन इसे गंभीरता से ले और सभी भूमिहीनों को बास की जमीन दें.बिहार राज्य किसान सभा के राज्य सचिव रमन कुमार ने कहा कि पूर्णिया जिला में भूमि आंदोलन का गौरवशाली इतिहास है, प्रशासनिक संवेदनहीनता बर्दास्त नहीँ की जाएगी.अवकाश प्राप्त आर्मी अधिकारी शैलेंद्र कुमार सुमन ने कहा कि आज देश की सुरक्षा खतरे में है lमजदूर और किसान देश का रीढ़ है, उनके हितों को नजरअंदाज करना देश हित में नहीं.

 

भाकपा के युवा नेता सचेन्द्र यादव ने कहा कि प्रशासन के द्वारा भूमिहीनों के साथ छलावा किया जा रहा है, लिखित एग्रीमेंट के बाद भी भूमिहीनों को नहीं मिला बासगीत पर्चा.लगातार हो रहे आंदोलन को भी की जाती है अनदेखी, उन्होंने कहा कि हमारी मांगें पूरी नहीं हुई तो संघर्ष तेज और उग्र होंगे.कार्यक्रम के अंत में प्रदर्शनकारियों का पांच सदस्य प्रतिनिधिमंडल अनुमंडल पदाधिकारी बनमनखी को 9 सूत्री मांगों का स्मार पत्र सोपा.