कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में आर्थिक गतिविधियां थम गई हैं। जारी लॉकडाउन में एक तरफ कारोबार ठप पड़ रहे हैं, तो दूसरी तरफ गोल्ड हर रिकॉर्ड तोड रहा है। ऐसे हालातों में शोधकर्ताओं की माने तो जब तक कोरोना का कोई सटीक इलाज पता नहीं चल जाता, तब तक अर्थव्यवस्था की गाड़ी पटरी पर नहीं लौट सकती है। इससे उबरने के तमाम उपाय किए जा रहे हैं, लेकिन आर्थिक स्थिति सुधर नहीं रही है। दरअसल इन दिनों लॉकडाउन के चलते देश की आबादी घरों में कैद है।
हर दिन बढ़ रही है सोने की चमक
वहीं दूसरी ओर जब-जब दुनिया में आर्थिक संकट गहराया है, सोने ने अपनी चमक बिखेरी है और आर्थिक मंदी के कहर से निजात दिलाी है। ऐसे में एक बार फिर सोना रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। बता दे लगातार दूसरे दिन गोल्ड की कीमत में रिकॉर्ड उछाल देखने को मिला है। मालूम हो कि सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने मिली, सरकार के 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज के बावजूद सोमवार को सेंसेक्स 1068 अंक गिरकर 30,029 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 313 अंक गिरकर 8823 पर बंद हुआ।
बैंकिंग शेयर सबसे ज्यादा टूटे
इस बीच सोमवार को जैसे-जैसे शेयर बाजार नीचे जा रहा था, सोने रिकॉर्ड स्तर की तरफ बढ़ रहा था। क्योंकि लोग इस अस्थिरता भरे माहौल में सुरक्षित निवेश के लिए सोने में जमकर पैसे लगा रहे हैं। जिस वजह के कारोबार के दौरान 10 ग्राम सोने का भाव 47,929 रुपये तक पहुंचा। बता दे यह गोल्ड का अब तक सबसे बड़ा रिकॉर्ड है।
जानकारों की माने तो 18 मई को MCX पर जून गोल्ड फ्यूचर्स प्राइस 369 रुपये के इजाफे के साथ 47750 पर पहुंच गया। वहीं कारोबार के दौरान 47,929 रुपये के स्तर को भी छुआ। जानकार बता रहे हैं कि अगले कुछ सेशन में ही सोने का भाव 50,000 रुपये को पार कर सकता है। वहीं सिल्वर फ्यूचर भी शुक्रवार के बंद भाव के मुकाबले 3 फीसदी बढ़कर 48,053 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया है।
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