मानवता की सेवा में प्रतिपल समर्पित हो जीवन-सत्गुरू मातासुदीक्षा जी महाराज ब्रांच एटा के निरंकारी भक्तों ने 74 युनिट किया रक्तदान

मानवता की सेवा में प्रतिपल समर्पित हो जीवन-सत्गुरू मातासुदीक्षा जी महाराज ब्रांच एटा के निरंकारी भक्तों ने 74 युनिट किया रक्तदान

एटा:–सन्त निरंकारी मिशन के श्रद्धालुओं ने बाबा गुरबचन सिह जी महाराज की स्मृति में मानव एकता दिवस के अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन रेलवे रोड स्थित अतिथि निवास गैस्ट हाउस में किया। जिसमें एटा जिला के संत निरंकारी मिशन के श्रद्धालुओं ने जिला अस्पताल के द्वारा 74 युनिट रक्तदान करके मानवता की सेवा में प्रतिपल समर्पित जीवन जीने का संकल्प लिया।

साथ ही जिला अस्पताल एटा ब्लड बैंक के डॉ आशीष , रजत सिह , सचिनपाठक, शनि, विक्रम, एवं जिला अस्पताल ब्लैड बैक की टीम का निरंकारी मिशन की ब्रांच के प्रबंधक महेन्द्रपाल दुवे, ने आभार व्यक्त किया। साथ ही सेवादल के सभी भाई बहनों ने सेवादल अधिकारी प्रेेमचन्द्र के नेत्रत्व में सेवाओं को मानव सेवा करने का प्रण लिया और आगरा से पधारे निरंकारी प्रचारक संत ईश्रवर दास ने निरंकारी भक्तो को मानवता का पाठ पढया।

 

मीडिया प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि ‘मानव एकतादिवस’ के अवसर पर सतगुरू माता सुदिक्षा जी महाराज ने सम्पूर्ण भारत सहित समालखा एवं शेष 272 स्थानों में आयोजित हुए रक्तदान शिविरो ंको जूम ऐप के माध्यम द्वारा सामूहिक रूप से अपना आशीर्वाद प्रदान किया। जिसमें निरंकारी मिशन की ब्रांच एटा ने भी अपनी सहभागीता ली।
सत्गुरू माताजी ने आगे फरमाया कि बाबा गुर बचन सिंह जी के जीवन एवं उनकी शिक्षाओं से हमे प्रेरणा लेते हुए मानवता की सेवा में अपना महत्वपूर्ण योग दान देना है। इसके अतिरिक्त सत्गुरू माताजी ने बाबा हरदेव सिंह जी की अहम सिखलाईयों का भी जिक्र किया कि रक्तदान के माध्यम द्वारा मानवता की सेवा में हम अपना बहुमूल्य योगदान देकर किसी की जान बचा सकते है। यदि हम शरीर रूप में अपनी सेवाओं को निभाने में किसी कारण असर्मथ हैं और हम रक्तदान भी नहीं करपा रहे, तो भी सेवा की भावना स्वीकार्य है।
सत्गुरू माताजी ने आगे कहा कि किशोरावस्था हमें यह इंतजार रहता है कि कब हम युवास्था में प्रवेश करेंगेऔर मानवमात्र की सेवा,रक्तदान के माध्यम से कर सकेंगे। ऐसी ही सेवा भावना हम सभी में बनी रहे।
युग प्रवर्तक बाबा गुरबचन सिंह जी ने आध्यात्मिक जागृति के माध्यम से आपसी भाईचारे एवं मिलर्वतन का विश्व भर में संदेश दिया। साथ ही सेवा के पुंज, समर्पितगुरु-भक्त चाचाप्रताप सिंह जी एवं अन्य भक्तों को भी इस दिन स्मरण किया जाता है। ‘मानव एकता दिवस’ के अवसर पर प्रति वर्ष जहाँ संपूर्ण देश में सत्संग कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, वहीं विशेषतः रक्तदान शिविरों की विशाल श्रृंखला का आरम्भ होता है जो वर्ष भर निरंत रचलता रहता है।
इस अवसर पर संत निरंकारी आध्यात्मिक स्थल समालखा के अतिरिक्त संपूर्ण भारत वर्ष मे लगभग 272 शहरो में रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया जिसमे लगभग 50,000 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ। जैसा कि विदित ही है कि संत निरंकारी मिशन सदैव ही मानवीय मूल्यों की रक्षार्थ हेतु की गई सेवाओं के लिए प्रशंसा का पात्र रहा है और कई राज्यों द्वारा सम्मानित भी कियागयाहै। लोककल्याण के लिए यह सभीसेवाएंनिरंतरजारीहै।