*बॉलीवुड संघर्ष की वह कहानी जिसने बिहार के पूर्णिया के राजेश रमण को बना दिया फिल्मी हीरो.*
बनमनखी(पूर्णियां):-तमाम बाधाओं को झेलकर जो इंसान मुकाम पा लेता है उसी का पुरुषार्थ सफल कहलाता है. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है बाॅलीवुड में बिहार के सिने-कलाकार राजेश रमण ने. उन्होंने यह साबित कर दिया है कि अगर इरादा पक्का हो और लक्ष्य ठोस हो तो भीड़ में भी अच्छी जगह मिल जाती है.
राजेश पूर्णियां जिला के बनमनखी अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत मलिनियाँ रायटोल का निवासी है. छोटी सी उम्र में उसके माथे से पिता का साया उठ गया था. उसके पिता किसान थे. नाम था बालदेव राय. राजेश ने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया.
मन में रंगमंच अथवा सिनेमा के पर्दे पर कलाकार बनने का जज्बा बचपन से ही था. दिल्ली में ग्रेजुएशन करने के दौरान ही थियेटर में ज्वाइन कर अभिनय करने लगा. वर्ष-2010 में वह काम की तलाश करते-करते मुम्बई पहुच गया.
*प्राइवेट कंपनी में कर चुका है काम*
उन्होंने एक प्राईवेट कंपनी में लगातार तीन वर्षों तक काम कर कुछ पैसे इकठ्ठे किया. इसके बाद वे फिल्मों में काम करने की धुन में निर्माता-निर्देशकों के आफिस के चक्कर काटने शुरू कर दिए. उन्होंने बताया कि काफी संघर्ष के बाद उन्हें सबसे पहले पुलिस फाईल नामक टीवी सीरियल में काम करने का अवसर मिला. बाद में वह सीरियल बिग मैजिक टीवी पर प्रसारित किया गया.इसके बाद उन्हें लगातार टीवी सीरियल में काम का ऑफर आने लगा.
*टीवी सीरियल में किया काम*
राजेश रमण ने बताया की जान-पहचान के अभाव में उन्हें माया नगरी मुम्बई में काफी संघर्ष करना पड़ा. तीन वर्ष तक लगातार संघर्ष के बाद उन्हें सबसे पहले टीवी सीरियल में काम करने का अवसर मिला. इस दौरान उन्होंने बिग मैजिक के लिए मुम्बई फाईल, सहारा-ऑन के लिए नियति, स्टार प्लस के लिए ये है मुहाब्बतें,जोधा अकबर,सिद्धिनायक आदि टीवी शो में काम काम किया. इसके बाद उन्होंने रामानंद सागर के पुत्र मोती सागर के टीवी शो रामायण में रावण के पुत्र प्रहस्त का किरदार निभाया. उसने बताया कि मेरे इस किरदार व अभिनय को देखकर मशहूर फिल्म निर्माता फैज अनवर साहब कायल हो गए. यहीं से मुझे फिल्म में काम करने का पहला अवसर मिला.
*फिल्मों में बन चुका है पुलिस और विलन*
राजेश ने बताया की फिल्म निर्माता फैज अनवर साहब ने मेरी प्रस्तुति देखकर तुरंत अपने आने वाले फिल्म मुम्बई ड्रीम्स में साइन कर लिया. इस फिल्म में पुलिस ऑफिसर का किरदार दिया गया. इसके बाद मल्लवा मर्डर फिल्म में विलन का दमदार किरदार निभाया हूँ.फिल्म निदेशक धीरज सिंह की आने वाली फिल्म काशी- इन सर्च ऑफ गंगा में जाने माने अभिनेता श्रवन जोशी के साथ सपोर्टिंग किरदार निभाया हूँ.
*विदेशों में भी दिखा चुके हैं जलवा.*
टीवी शो एवं फिल्मों के अलावा मुम्बई इप्टा में थियेटर कर रहा है. इसके अलावा अंतराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित नाटक मुगले-ए-आजम में इंडिया के अलावा विदेशों में भी काम कर चुके हैं. टीवी सीरियल जोद्धा अकबर,पुलिस फाईल,नियति ,रामायण के अलावा वे बॉलीवुड के तीन-तीन फिल्मों में अभिनय कर चुका है इसमें मुम्बई-ड्रीम्स, मल्लवा-मर्डर और काशी शामिल है.हाल हीं में उनका एक बायोपिक फिल्म जो संत महर्षि मैहीँ के जीवन पर आधारित है कि शूटिंग चल रही है.बहुत जल्द रिलीज होने वाली है.मेंहीं नामक इस फ़िल्म में राजेश रमण मेंहीं बाबा के चाचा का किरदार निभाया है.
*सफलता का क्रेडिट भैया-भाभी को.*
छोटे से गांव मलिनियाँ में जन्मे राजेश रमण को बॉलीवुड तक पहुंचने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. काफी संघर्ष के बाद उन्होंने कामयाबी पाई. अपनी उपलब्धि का श्रेय उन्होंने अपने बड़े भाई और भाभी को दिया. उन्होंने कहा की पिता के देहांत के बाद भी बड़े भाई पवन राय ने उनकी कामयाबी में अहम रोल निभाया है.उन्होंने हर मुसीबत में मेरा होंसला बढ़ाते रहा जिसके वजह से आज इस मुकाम पर हूँ. भैया भाभी मेरे लिए आदर्श हैं मेरे दिल में उनके लिए भगवान से भी बड़ा स्थान है.