*बरसात में भी उमड़ा देशभक्ति का सैलाब, 2019 से लगातार बनमनखी में तिरंगा यात्रा का जज़्बा बरकरार.*
बनमनखी (पूर्णियां):-स्वतंत्रता दिवस से दो दिन पहले बुधवार को बनमनखी में अद्भुत देशभक्ति का नज़ारा देखने को मिला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के बैनर तले इस वर्ष भी भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई। वर्ष 2019 से लगातार तिरंगा यात्रा का आयोजन होता आ रहा है, लेकिन इस बार मौसम की चुनौती और जनता का उत्साह इसे और भी ऐतिहासिक बना गया।
देशभक्ति से सराबोर नज़ारा
यात्रा का शुभारंभ गोरेलाल मेहता महाविद्यालय से हुआ। शुरुआत होते ही भारत माता की जय, वंदे मातरम् और अमर शहीदों अमर रहें के गगनभेदी नारे पूरे नगर में गूंजने लगे। भारी बारिश के बावजूद बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग तिरंगा हाथ में लिए पूरे जोश से आगे बढ़ते रहे। कई स्थानों पर लोगों ने फूल बरसाकर स्वागत किया।
नेताओं की मौजूदगी से बढ़ा हौसला
इस ऐतिहासिक यात्रा में एबीवीपी उत्तर बिहार प्रांत के संगठन मंत्री राकेश मौर्य, पूर्व एबीवीपी कार्यकर्ता एवं विधायक कृष्ण कुमार ऋषि, वरिष्ठ भाजपा नेता अवधेश साह, वीर नारायण गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष सह पूर्व एबीवीपी कार्यकर्ता मनोज कुमार सिंह सहित भाजपा के अनेक वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
जनसैलाब उमड़ पड़ा
कार्यक्रम में रंजीत गुप्ता, शशि शेखर कुमार, दिलीप झा, मंटू दास, संतोष चौरसिया, विशाल कुमार, साजन कुमार, नीरज आनंद, सत्य प्रकाश यादव, अमितेश सिंह, डॉ. कृष्णा कुमारी, प्रह्लाद कुमार अमर, नीतीश कुमार निक्कू, राजू सनातन, प्रभाष कुमार, अभिषेक सिंह, मंगल कुमार, अजय सिंह, सुबोध साह, धीरज कुमार रवि, मनीष कुमार, रवीन कुमार, विजय पासवान, आलोक कुमार, रिमझिम कुमारी, ब्यूटी कुमारी, खुशबू, मिषटू, सावित्री, काजल, कशिश, निशा, सीमा, कोमल, सरस्वती, भूमिका, जिया, ममता, प्रीतम कुमार, राजू कुमार, कुंदन कुमार साह, जयशंकर यादव समेत सैकड़ों छात्र-छात्राएं और स्थानीय लोग शामिल रहे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ समापन
तिरंगा यात्रा का समापन आनंदी जानकी महिला महाविद्यालय के प्रांगण में हुआ, जहां देशभक्ति से लबरेज सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक देशभक्ति गीत और नृत्य प्रस्तुत कर माहौल को रोमांचित कर दिया। गीतों की धुन पर दर्शक झूमते रहे और बच्चों का उत्साहवर्धन करते रहे।
बरसात भी नहीं रोक सकी उत्साह की लहर
लगातार बारिश के बीच यात्रा नगर के मुख्य मार्गों, चौक-चौराहों और गलियों से गुजरती रही। लोगों ने जगह-जगह शुद्धपेजल की व्यवस्था की और तिरंगे के सम्मान में हाथ जोड़कर श्रद्धांजलि दी। यह दृश्य न केवल एक आयोजन था बल्कि आज़ादी के अमर सेनानियों को सच्ची श्रद्धांजलि भी थी।