पूर्णिया/बनमनखी। पूर्णिया जिले के कसबा रेल हादसे में चार किशोरों की दर्दनाक मौत से पूरे इलाके में मातम और गुस्से का माहौल है। वहीं, इस हादसे में गंभीर रूप से घायल और एकमात्र जीवित बचे कुलदीप ऋषिदेव के होश में आने के बाद दिए गए बयान ने पूरे मामले को नया और चौंकाने वाला मोड़ दे दिया है।
जीएमसीएच, पूर्णिया में इलाजरत कुलदीप ने कहा कि यह कोई रेल दुर्घटना नहीं, बल्कि ठेकेदार बिशो द्वारा की गई सुनियोजित हत्या है।
> कुलदीप ने बताया — “ठेकेदार बिशो ने हमें बुरी तरह पीटा और मेरे चारों दोस्तों को मारकर रेल पटरी पर सुला दिया। मैं ट्रैक के बीच में था, इसलिए बच गया।”
कुलदीप के इस बयान ने पुलिस प्रशासन और स्थानीय लोगों के बीच हड़कंप मचा दिया है।
इधर, जन अधिकार पार्टी (जाप) के नेता आलोक अकेला शनिवार को पूर्णिया जीएमसीएच पहुंचे, जहां उन्होंने घायल कुलदीप ऋषिदेव से मुलाकात कर उसका हालचाल जाना।अस्पताल में मौजूद मीडिया से बातचीत के दौरान आलोक अकेला ने कहा —
> “यह मामला बेहद गंभीर है। कुलदीप इस घटना का एकमात्र चश्मदीद गवाह है। उसकी सुरक्षा में अगर ज़रा-सी भी लापरवाही हुई, तो उसकी जान को खतरा हो सकता है। सरकार को चाहिए कि उसका इलाज और सुरक्षा भारी सुरक्षा घेरे में सुनिश्चित करे।”
उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की भी मांग की और कहा कि यह कोई सामान्य हादसा नहीं, बल्कि संभावित हत्या का मामला है, जिसकी सच्चाई सामने लानी होगी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि घायल युवक के बयान को रिकॉर्ड कर लिया गया है और ठेकेदार बिशो समेत सभी संदिग्धों की गतिविधियों की जांच शुरू कर दी गई है।
इस बीच, बनमनखी से लेकर कसबा तक शोक और आक्रोश का वातावरण व्याप्त है। मृत बच्चों के परिजन न्याय की गुहार लगा रहे हैं और लोग एक ही सवाल पूछ रहे हैं —
> “क्या यह सच में हादसा था, या किसी साजिश का हिस्सा?”