बनमनखी:-बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ प्रखंड इकाई बनमनखी के प्रखंड अध्यक्ष नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्यव्यापी आह्वान पर नए सेवा शर्त लागू करने के फैसले की प्रति बनमनखी प्रखंड के नियोजित शिक्षकों द्वारा निर्धारित स्थल सुमरित हाई स्कूल बनमनखी के क्रीड़ा मैदान में जलाकर विरोध प्रकट किया. इस मौके पर प्रखंड अध्यक्ष नीतीश कुमार ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि राज्य सरकार द्वारा बिहार के चार लाख नियोजित शिक्षकों के साथ बहुत बड़ा धोखा देने का काम किया है. शिक्षकों के साथ छलावापूर्ण सेवा शर्त और वेतन वृद्धि का फैसला कैबिनेट से पारित कराकर राज्य सरकार ने सूबे के लाखों शिक्षकों के साथ धोखा किया है.
तीन माह में सेवा शर्त बनाने हेतू अगस्त 2015 में कमिटि बनी थी, लेकिन सरकार ने कमिटि के 5 साल बीत जाने के बावजूद जानबूझकर शिक्षकों के हित में बेहतर सेवा शर्त नहीं बनायी है.जबकि संगठन के शीर्ष नेतृत्वर्त्ताओं ने संघों की ओर से सरकार को बेहतर सुझाव दिये थे.परन्तु सरकार ने शिक्षकों के सुझावों को नजरअंदाज करते हुए नई सेवा शर्त में ऐच्छिक स्थानांतरण, प्रोन्नति एवं सेवा निरंतरता जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं की प्रक्रियाओं को सुविधाजनक तथा सरल करने के बजाय इसे और जटिल बना दिया गया है.
स्थानांतरण में पुरुषों के मामले में म्युचुअल स्थानांतरण नीति को लागू करना घोर अराजक्ता है शिक्षकों के प्रति भेदभावपूर्ण व्यवहार को दर्शाता है जिससे शिक्षक इन सुविधाओं से वंचित रह जायेंगे. यह शिक्षकों के साथ बहुत बड़ा धोखा है.उन्होंने कहा कि नियोजित शिक्षकों के साथ छलावापूर्ण मजाक सरकार करना बंद करें.अभी भी समय है नही तो आगामी विधानसभा चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
कार्यक्रम में अध्यक्ष नीतीश कुमार के अलावे सचिव ललन कुमार निराला,कोषाध्यक्ष पंकज कुमार,प्रखंड उपाध्यक्ष मनीषी मुन्ना, विजय कुशवाहा,जिला उपाध्यक्ष सतीश कुमार, राज्य प्रतिनिधि राजीव कुमार रंजन, संयुक्त सचिव सुभित लाल ऋषि,जिला प्रतिनिधि मो कैयूम रहमत अली, संकुल समन्वयक हर्ष वर्धन राय, संतोष कुमार, नीरज कुमार, नवीन कुमार ,सक्रिय सदस्यों में सदन कुमार, पप्पू कुमार, रंजन कुमार, अखिलेश कुमार, रमन कुमार सिंह, मदन कुमार, संदीप कुमार,राजेश कुमार, शिव किशोर भारती, राजेश, नवीन कुमार सुधाकर, संतोष कुमार, टुनटुन मंडल, सहदेव ॠषि ₹, सुजीत कुमार, अजीत प्रकाश ,शशीभूषण ॠषि, अखिलेश कुमार सहित अन्य शिक्षक मौजूद थे.