गाँधीगिरी:
मलिनियाँ पहुचे बीएचएम ने लोगों से हाथ जोड़कर किया अपील,कहा कोरोना से बचाव का एक मात्र उपाय वैक्सिनेशन.
पुर्णिया(बिहार):मंगलवार को उस समय अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया जब बनमनखी प्रखंड के कोशी शरण देवोत्तर पंचायत के मालिनीय गांव पहुचे टीका एक्सप्रेस टीम को देखकर लोग इधर उधर भागने लगे.बताया गया कि निर्धारित कार्यक्रम के तहत मालिनियाँ के वार्ड नंबर 2 स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या-106 पर आंगनबाड़ी सेविका एवं आशा कार्यकर्ता द्वारा कुछ लोगों को टिका के लिए बुलाकर रखा था.इसी बीच जैसे हीं टिका एक्सप्रेस की टीम वहां पहुची लोग वहां से भाग खड़े हुए.
टीम में शामिल डॉ रामेश्वर प्रसाद,फार्मासिस्ट ललन कुमार एवं एएनएम किरण सिन्हा के द्वारा भाग रहे लोगों को काफी समझाया बुझाया गया लेकिन टिका लेने के लिए कोई व्यक्ति तैयार नही हुए.जिसकी फोनिक सूचना मिलते हीं मौके पर पहुचे बीएचएम अभिनाश कुमार सिंह ने घर -घर विजिट कर लोगों को काफी समझने बुझाने का प्रयास किया गया.इसपर भी जब लोग तैयार नही हुए तो उन्होंने गांधी गिरी दिखाते हुए कोरोना महामारी के खतरे से अवगत कराते हुए टीका से होने वाले फायदे को गिनाया.
इस क्रम में बीएचएम ने कई बुजुर्ग लोगों के समक्ष हाट जोड़ कर,पांव पकड़ कर आरजू मिन्नत भी किया गया.उन्होंने कहा यह टिका न केवल आपको कोरोना से बचाएगा बल्कि इससे आपका पूरा परिवार एवं गांव के लोग सुरक्षित रहेगा.इस दौरान मौजूद लोगों के द्वारा कई तरह के भ्रामक सवाल भी उनके सामने आय,जिसका जबाब बीएचएम श्री सिंह ने काफी सहजता के साथ दिया.
बताया गया कि इतना ताम झाम के बाद कुछ लोग टिका लेने के लिए राजी हो गये.जिसे टिका एक्सप्रेस की टीम ने पंजीयन कर बारी-बारी से कोविशिल्ड का प्रथम डोज दिया गया.टीम को लीड कर रहे डा रामेश्वर प्रसाद ने बताया कि ग्रामीण इलाक़ों में अभी 45 साल से ऊपर के लोगों का टीकाकरण हो रहा है लेकिन गांवों में टीके को लेकर लोगों में उत्साह और जागरूकता की कमी दिख रही है.ऐसे में ग्रामीण इलाकों जन जागरूकता अभियान अति आवश्यक है.
आशा कार्यकर्ता अनिता कुमारी ने बताया कि कुछ लोगों में यह भय था कि टीकाकरण से तेज बुखार हो जाती है. इसीलिए लोग डरे हुए थे. लेकिन अधिकारियों के समझाने पर लोगों का डर दूर हो गया.हालांकि अभी भी कुछ लोगों में टीके को लेकर डर बना हुआ है.