*कटिहार से जोगबनी व पूर्णिया से सहरसा के लिए जल्द चलेगी ईएमयू ट्रेन.*

*हर 10 किमी पर 75 रुपए तक रेलवे को होगी बचत.*

*कटिहार से जोगबनी व पूर्णिया से सहरसा के लिए जल्द चलेगी ईएमयू ट्रेन.*

*हर 10 किमी पर 75 रुपए तक रेलवे को होगी बचत.*

 

सम्पूर्ण भारत डेस्क:-पूर्णिया कटिहार से पूर्णिया जंक्शन होते हुए जोगबनी व सहरसा तक तकरीबन एक दर्जन लोकल डीएमयू ट्रेन यानी डीजल से चलने वाली ट्रेन चल रही हैं। अब इस रूट पर जल्द ही आम लोगों को ईएमयू ट्रेनों की सुविधा बढ़ाई जाएगी। नए साल 2024 से नई ट्रेनों का परिचालन हो जाएगा। इसको लेकर रेलवे तैयारी में जुट गया है। वर्तमान में कटिहार से पूर्णिया होते हुए जोगबनी और पूर्णिया जंक्शन व कोर्ट स्टेशन से सहरसा तक डीएमयू पैसेंजर ट्रेन चला रही है। लंबी दूरी के दिल्ली, कोलकाता और जयनगर तक चलनी वाली ट्रेन इलेक्ट्रिक पर चल रही हैं। बताया जा रहा है कि अब पैसेंजर ट्रेन में भी डीएमयू की जगह इलेक्ट्रिक से चलने वाली ईएमयू ट्रेन का परिचालन होगा। इसके अलावा दिल्ली, कोलकाता और अन्य बड़े शहरों के लिए भी ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की तैयारी रेलवे जोर-शोर से कर रही है।

 

जल्द लोगों को पूर्णिया से बडे शहरों में जाने-आने का सफर आसान होगा। पूर्णिया जंक्श्न के स्टेशन प्रबंधक मुन्ना कुमार ने बताया कि डीएमयू ट्रेन चलाने में डीजल की खपत अधिक है। इस ट्रेन में 10 किलोमीटर के दूरी तय करने में सौ रुपये के डीजल की खपत होती है, लेकिन ईमएयू ट्रेन यानी इलेक्ट्रिक से चलने वाली ट्रेन में 10 किलोमीटर की दूरी पार करने में सिर्फ 25 रुपये की बिजली खर्च होती है, यानी रेलवे को 10 किलोमीटर की दूरी पार करने में 75 रुपये का बचत होगा।

 

पूर्णिया जंक्शन पर खड़ी डीएमयू ट्रेन। ईएमयू ट्रेन की खासियत स्टेशन प्रबंधक मुन्ना कुमार ने बताया कि ईएमयू ट्रेन की दूसरा खासियत यह है कि इसके इंजन में मेंटेनेंस खर्च भी कम लगता है। इसके अलावे स्टेशन से रवाना होते समय पिकअप भी जल्दी पकड़ लेता है। साथ ही इसकी स्पीड भी ज्यादा होती है, जिससे डीएमयू के तुलना में ईएमयू ट्रेन को दूसरे स्टेशन तक पहुंचने में समय कम लगता है। जैसे पूर्णिया जंक्शन से जोगबनी जाने के लिए डीएमयू ट्रेन को तीन से साढ़े तीन घंटा समय लगता है, लेकिन ईएमयू ट्रेन को जोगबनी पहुंचने के लिए सिर्फ ढाई घंटे ही लगेंगे.