*एक माह तक चलने वाले श्रावणी मेला की विधि व्यवस्था पर कड़ी नजर रखने के लिए विधायक ने किया आयुक्त को पत्राचार.*

*आयुक्त ने पूर्णियां एवं कटिहार जिला प्रशासन को दिया आवश्यक दिशा निर्देश.*

*एक माह तक चलने वाले श्रावणी मेला की विधि व्यवस्था पर कड़ी नजर रखने के लिए विधायक ने किया आयुक्त को पत्राचार.*

*आयुक्त ने पूर्णियां एवं कटिहार जिला प्रशासन को दिया आवश्यक दिशा निर्देश.*

 

पूर्णियां:-सीमांचल का अति प्राचीन शिव मंदिर धीमेश्वर धाम बनमनखी में श्रावणी महोत्सव का उद्घाटन स्थानीय विधायक सह विहार विधानसभा की सचेतक कृष्ण कुमार ऋषि ,प्रमुख जनप्रतिनिधि एवं अनुमंडल प्रशासन के द्वारा 21 जुलाई को संपन्न हुआ ,पूरे प्रमंडल में विधि व्यवस्था को लेकर विधायक कृष्ण कुमार ऋषि ने पूर्णिया प्रमंडल पूर्णिया के आयुक्त को पत्र देकर कहा है कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा राज्य का प्रमुख मेले के आयोजन एवं व्यवस्था प्रारंभ हो चुका है ,

 

 

विभाग द्वारा मेला हेतु धीमेश्वर धाम के लिए राशि भी आवंटित कर दी है, उन्होंने पत्र के माध्यम से पूर्णिया प्रमंडल पूर्णिया के आयुक्त से कहा है कि मनिहारी घाट से धीमेश्वर धाम तक पैदल कमरिया, वाहन युक्त कांवरियां, डाक बम के द्वारा बाबा के मंदिर में जल अर्पण किया जाता है ,इस व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए मेला स्तर पर श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हो इसके लिए विधि व्यवस्था पर कड़ी नजर रखने हेतु आयुक्त से कहा है ,उन्होंने अपने पत्र के माध्यम से कहा कि अलग-अलग जिलों से हजारों श्रद्धालु सावन महीने में बाबा का जलाभिषेक करने मनिहारी से धीमा आते हैं

 

 

मनिहारी से धीमेश्वर धाम तक कमरिया पथ में श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा व्यवस्था ,मेडिकल सुविधाऐं, आवासन हेतु शेड एवं अन्य सुविधा उपलब्ध कराई जाए आयुक्त पूर्णिया प्रमंडल पूर्णिया ने अपने पत्रांक 3264दिनांक20-7-24 के माध्यम से पूर्णिया एवं कटिहार जिला के जिला अधिकारी को निर्देश देते हुए पत्र जारी किया है कि मनिहारी घाट से लेकर धीमेश्वर धाम तक श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं हो इस हेतु सुरक्षा व्यवस्था ,मेडिकल व्यवस्था ,आवासन व्यवस्था आदि पर तत्परता पूर्वक ध्यान देते दें ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़े

 

 

विधायक श्री ऋषि ने कहा कि बनमनखी के धीमेश्वर धाम में सावन मास के 1 महीना का राजकीय महोत्सव मनाने की , स्वीकृति बिहार सरकार द्वारा वर्ष 2018 में दी गई थी ,उन्होंने कहा कि पूर्व वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं होगी इसके लिए प्रशासन काफी सक्रियता से कार्य कर रही है ।