*आंखें 2 से 4 हो गया तुम्हें देखा और प्यार हो गया…*

*आंखें 2 से 4 हो गया तुम्हें देखा और प्यार हो गया....*

फिल्म 2 से 4 हो गई और प्यार हो गया
ना समझाना ना जाना गया मुझे किस तरह से स्वीकार किया गया हो गया यह
देखते हुए कि तुम आओगे और इंतजार करो
ना जाने कैसे लेकिन मुझे बेइंता प्यार हो गया।

तेरे चेहरे पर मेरे नैनों के सामने बस
नींद की चेन आ गई है, मेरी तस्वीरें बनाई गई हैं और उड़ा दी गई हैं,
तुम क्या चीज हो ना जाने कितनी सुई लगी हुई,
ना जाने कितनी लगी हुई थी मुझसे बेइंता प्यार हो गया। ।।

हर तरफ तेरा सूरत में चाँद भी दिखता है यार हो गया
सूरज का भी दीया दिखाई देता है तेरे सामने दिखने वाला
रंग बिरंगी दुनिया सदा हो गया
ना जाना मुझसे इतना प्यार हो गया।

          (संदीप कुमार अररिया बिहार)