अररिया/पूर्णियां।:- रविवार की शाम फरकिया गांव के लिए काली खबर लेकर आई। बोसी थाना क्षेत्र के पेट्रोल पंप के पास दो बाइकों की भिड़ंत में तीन युवक—संतोष कुमार, गोपाल कुमार और नवल कुमार—की मौत हो गई। चंद मिनटों में तीन घरों का चिराग बुझ गया और पूरे गांव में मातमी सन्नाटा छा गया।
अस्पताल में ग़म और ग़ुस्सा:-घटना के बाद आनन-फानन में परिजन घायलों को अस्पताल लाए। परिजनों का कहना है कि “एक युवक में अभी सांसें चल रही थीं, फिर भी उसे मृत बताकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।” इसी आरोप को लेकर अस्पताल परिसर में रोते-बिलखते परिजनों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई।
अस्पताल प्रबंधन ने हालांकि इन आरोपों को ख़ारिज कर दिया। उपाधीक्षक का कहना था—”सभी युवकों की ईसीजी और जांच में मृत्यु की पुष्टि हो चुकी थी। परिजनों का दुःख और आक्रोश स्वाभाविक है, मगर आरोप सही नहीं हैं।”
गांव में मातमी माहौल:-सोमवार की सुबह जब तीनों शव गांव पहुँचे तो पूरा माहौल ग़मगीन हो गया। संतोष की मां बदहवास होकर बार-बार यही चीख़ती रहीं—”मेरा बेटा अभी तो हँसकर घर से निकला था… भगवान ने इतनी जल्दी क्यों छीन लिया?” गोपाल की छोटी बहन ने शव से लिपटकर कहा—”भैया! अभी मेरी पढ़ाई पूरी करानी थी… तुमने वादा किया था। अब किससे कहूँ?” नवल के बूढ़े पिता की आँखें आँसुओं से सूख चुकी थीं। वे बस इतना कह पाए—”हम गरीबों की किस्मत ही फूटी है बेटा…”
जांच और सवाल:-स्थानीय पुलिस ने तीनों शवों का पोस्टमार्टम कराया और जांच शुरू कर दी है। लेकिन गांववालों का कहना है कि यह हादसा केवल सड़क पर नहीं हुआ, बल्कि उसने पूरे गांव की रूह हिला दी है।