*सर्द हवाओं से सनी कंपकंपी रात हुई खत्म और खुशमिजाज मौसम ने नये साल का किया खैरमकदम.*

(S.K.SAMRAT)

सुनील सम्राट,पूर्णियां(बिहार):-सतरंगी रोशनी वाले पटाखों के धमाकों के साथ आखिरकार सर्द हवाओं से सनी कंपकंपी रात खतम हुई और खुशमिजाज मौसम ने नये साल का खैरमकदम किया।इसके साथ हीं शुरू हो गया जश्न का दौर जिसमें न तो उम्र की कोई सीमा रही और न हीं वक्त का कोई बंधन । सबके सब झूमते गाते नजर आए, खुब मस्ती की ।जो मिला उसी से सेलिब्रेट किया-हैप्पी न्यू इयर…..!

सोमवार को अहले सुबह हीं युवकों की टोलियां अलग-अलग सड़कों पर निकल पड़ी।फिजां में पसरी कुहासे व ठंड की कनकनी पर नव वरष का जोश भारी पड़ा।इससे पहले नए साल के इंतजार की रात भी जश्न मना।बनमनखी वासियों ने इस रात का आनंद पूरी मौज मस्ती के साथ उठाया।सबने अपनी स्टाइल में बीते साल को विदा कर नये साल का खैरमकदम किया। घड़ी की सुइया जैसे हीं एक साथ 12 पर मिली पूरा माहौल हीं बदल गया ।कहीं हैप्पी न्यू इयर की बोल गूंजने लगे तो कहीं पटाखे फूटने लगे।पटाखों की गूंज के बीच एक दूसरे को बधाइयां देते रहे।हलांकि अधिकांश लोग मोबाइल के फेसबुक, व्हाट्सएप, मेसेजर आदि सोशल साइट के मध्यम से अपने परिचितों को नये वर्ष की शुभकामना देते रहे।

खुली धूप में उमंग हुआ दोगूना:-विगत कई दशकों में यह पहला मौका है जब खुशमिजाज मौसम ने नये साल के जश्न का जोश बढ़ा दिया।पिछले सालों की तरह इस बार पिकनिक पर जाने के लिए कोहरे का कहर और ठंड से जंग की जरूरत नहीं पड़ी।जानकारों की माने तो पिछले कई दशक के बाद साल के आखिरी और पहला दिन पहली बार मौसम खुशगवार नजर आ रहा है।डा कृष्णा कुमारी.अधिवक्ता अमितेश सिंह, गौपाल सिंह,राकेश यादव, पूर्णिमा कुमारी, डा.एनके रंजन आदि ने बताया कि 31 दिसम्बर और एक जनवरी को वे हर साल हाड़ कंपा देने वाली ठंडी से जूझते रहे हैं।

कहा कि साल के आखिरी में मौसम का यह खिला हूआ रंग वे पहली बार देख रहे हैं।दरअसल इस बार 31 दिसम्बर को सुबह से हीं मौसम अच्छा रहा।लेकिन रात बारह बजे के बाद शीतलहर से मौसम का रूख अचानक बदल गया।जिससे कनकनी व कोहरा के कारण एक जनवरी के सुबह लोगों में उहापोह की स्थिति बनी रही।लेकिन नो बजे के बाद जैसे हीं धूप निकला लोगों खुशी दोगूना हो गई।

मंदीर में सुबह से लगा रहा तांता :-नये साल पर भले हीं पिकनिक पर जाने वालों की संख्या अधिक रही हो पर मंदीरों में भी भीड़ कम नहीं थी।बनमनखी स्थित धिमेश्वर धाम मंदिर, कुशहा काली मंदीर, शक्ती पिठ भगवत्ती मंदीर, राजहाट दुर्गा मंदीर, विशाल बजरंग वली मंदीर एवं ठाकूर बाड़ी मंदीर में पौ फटने से पहले हीं श्रद्धालु जुटने लगे थे।सुबह से लेकर करीब एक बजे तक बनमनखी के सभी मंदीर में श्रद्धालु की भीड़ उमरती रही।

वहीं भक्त प्रहलाद मंदीर परिसर में पिकनिक मनाने वालों की देर शाम तक जमघट लगी रही।यहां डीजे म्यूजिक की धुनों पर लोग देर शाम तक नव वर्ष के उमंग में थिरकते रहे।इसमें बच्चे-बच्चीयां व यूवाओं का जोश देखते हीं बन रहा था.