*बनमनखी अनुमंडल क्षेत्र में शांतिपूर्ण एवं शोहर्द्पूर्ण वातावरण में माँ दुर्गा की पूजा संपन्न.*
बनमनखी(पूर्णियां):-बनमनखी अनुमंडल क्षेत्र के अंतर्गत दुर्गा पूजा बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ शोहर्दपूर्ण माहौल में शांतिपूर्ण ढंग से मनाया गया. जिसे लेकर बनमनखी अनुमंडल के पुलिस व प्रसाशनिक अधिकारी पहले से क्षेत्र के तमाम गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे.जानकारी के अनुसार अनुमंडल क्षेत्र के नगर परिषद स्थित राधा कृष्ण मंदिर परिसर,राजहट दुर्गा मंदिर,रेलव परिसर में स्थापित माँ दुर्गा मंदिर,काझी हृद्यनगर पंचायत अंतर्गत आपरुपी हृदयश्वरी दुर्गा मंदिर के अलावा सरसी के सिहुली एवं जानकीनगर सहित अन्य स्थानों पर प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी शोहर्दपूर्ण माहौल में माँ अम्बे की पूजा सम्पन्न हो गया है.सभी पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं की अच्छी खासी भीड़ रही. मंदिर परिसरों में आयोजित मेले में दूर दराज से आये बच्चे,महिलाओं ने मिठाई,खिलोने,कोस्मेटिक,आदि दुकानों पर जमकर खरीददारी की.पूजा पंडाल से लेकर आयोजित मेले में जहां पूजा कमिटी की ओर सुरक्षा हेतु वॉलेंटियर मौजूद देखे गए वही अलग अलग पूजा स्थलों तथा मेला में दंडाधिकारी के साथ पुलिस पदाधिकारी के अलावा भाड़ी संख्या पर पुलिस बल तैनात रहे.इस अवसर पर विभिन्न पूजा पंडालों में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया.इस दौरान अनुमंडल पदाधिकारी मो अहमद अली अंसारी,अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी हुलास कुमार,भूमि सुधार उप समाहर्ता मो इमरान,अंचल पदाधिकारी अर्जुन कुमार विश्वास, बीडीओ सरोज कुमार,राजस्व अधिकारी बालकृष्ण भारद्वाज,नगर परिषद बनमनखी के कार्यपालक पदाधिकारी चन्द्र राज प्रकाश,मनरेगा पीओ रविंद्र तांती,सिंचाई प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ज्योतेंद्र कुमार,प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी निखिलेश कुमार,प्रभात कुमार,मनरेगा के कनीय अभियंता राजीव कुमार सिंह,एलएईओ-2 के कनीय अभियंता अशोक कुमार सिंह,सहायक अभियंता नरेश कुमार गुप्ता के अलावा पुलिस निरीक्षक सह थाना अध्यक्ष सुनील कुमार मंडल,जानकीनगर थाना अध्यक्ष ओम प्रकाश,सरसी थाना अध्यक्ष मसउद अहमद हैदरी सदलबल पूजा स्थलों पर घूम-घूम कर जायजा लेते रहे.वहीँ राधा कृष्ण मंदिर स्थित माँ दुर्गा की प्रतिमा के सामने पंडित कन्हैया झा का मंत्रोच्चार से लोग गदगद थे.जानकारी देते हुए अंचल पदाधिकारी अर्जुन कुमार विश्वास ने बताया की अनुमंडल के सभी जगहों पर स्थापित माँ दर्गा की प्रतिमा को नजदीकी तालाबों में जलप्रवाह कर शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हो गया.