सम्पूर्ण भारत,पूर्णिया | 10 अक्टूबर 2025:- पूर्णिया की राजनीति एक बार फिर गर्म हो गई है। चर्चाएं हैं कि जदयू के पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा आज पार्टी से इस्तीफा देकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, उनके राजद ज्वाइन करने के बाद वे पूर्णिया सांसद पप्पू यादव के साथ महागठबंधन के मंच पर दिखाई दे सकते हैं।
हालांकि, अब तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है — न तो जदयू की ओर से उनके इस्तीफे को लेकर कोई बयान जारी हुआ है, न ही राजद ने औपचारिक तौर पर उनके शामिल होने की घोषणा की है।
🔸 सूत्रों का दावा:- ABP News की एक रिपोर्ट के मुताबिक, संतोष कुशवाहा ने हाल के दिनों में राजद के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की है और वे नीतीश कुमार सरकार में मंत्री लेसी सिंह के खिलाफ आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि वे आज राजद में शामिल हो सकते हैं।हालांकि, रिपोर्ट में भी यह साफ़ किया गया है कि जानकारी “सूत्रों के हवाले से” दी गई है, किसी आधिकारिक दस्तावेज़ या बयान के साथ नहीं।
🔸 सोशल मीडिया पर चुप्पी:- संतोष कुशवाहा के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स (X और फेसबुक) पर 10 अक्टूबर की सुबह तक किसी भी इस्तीफा या राजद ज्वाइनिंग की घोषणा नहीं की गई है।
राजद की ओर से भी प्रेस कॉन्फ्रेंस या फोटो जारी नहीं की गई है।
🔸 पप्पू यादव से संभावित समीकरण: पूर्णिया सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव, जो वर्तमान में निर्दलीय सांसद हैं, बीते कुछ महीनों से महागठबंधन (राजद-कांग्रेस) के प्रति नरम रुख दिखाते रहे हैं।अगर संतोष कुशवाहा वाकई राजद में शामिल होते हैं, तो पूर्णिया की राजनीति में दोनों नेताओं का एक मंच पर आना आने वाले विधानसभा चुनाव में बड़ा राजनीतिक संकेत माना जाएगा।हालांकि, अभी तक दोनों में से किसी ने भी संयुक्त कार्यक्रम या साझा रैली की घोषणा नहीं की है।
🔸 राजनीतिक पृष्ठभूमि: संतोष कुशवाहा 2014 में पूर्णिया से जदयू के टिकट पर सांसद रहे हैं। 2024 लोकसभा चुनाव में इस सीट से पप्पू यादव ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी। दोनों नेताओं के बीच पिछले वर्षों में सार्वजनिक बयानबाज़ी और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी हुए हैं।ऐसे में यदि दोनों एक मंच पर आते हैं, तो यह राजनीतिक समीकरणों में एक बड़ा बदलाव होगा।
🔸 निष्कर्ष: अब तक की स्थिति में यह खबर “संभावित लेकिन अपुष्ट” है। यानी संतोष कुशवाहा के दल-बदल की चर्चा सच हो सकती है, पर इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। जब तक कोई प्रेस विज्ञप्ति, औपचारिक कार्यक्रम या फोटो जारी नहीं होती, तब तक इस दावे को सावधानी से लिया जाना चाहिए।
🕓 अपडेट: यदि आज देर शाम तक किसी प्रकार का औपचारिक ऐलान होता है (प्रेस कॉन्फ्रेंस या सोशल पोस्ट), तो यह खबर अपडेट की जाएगी।फिलहाल, पूर्णिया की राजनीति में महागठबंधन बनाम NDA के बीच संतोष कुशवाहा की भूमिका पर सभी की निगाहें टिकी हैं।