PURNEA:-सोमवार का दिन पूर्णिया और पूरे सीमांचल क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्णिया एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन किया और बिहार को लगभग 40 हज़ार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, कई केंद्रीय मंत्री और भाजपा–जदयू के शीर्ष नेता मौजूद रहे।
हवाई कनेक्टिविटी में नया अध्याय :-पूर्णिया एयरपोर्ट अब बिहार का चौथा कमर्शियल एयरपोर्ट बन गया है।उद्घाटन के बाद अहमदाबाद के लिए पहली व्यावसायिक उड़ान रवाना हुई जिसमें 76–सीटर विमान शामिल रहा।पीएम मोदी ने कहा कि यह एयरपोर्ट सीमांचल को देश और दुनिया से जोड़ेगा और व्यापार, शिक्षा तथा पर्यटन को नई ऊँचाई देगा।
40 हज़ार करोड़ की योजनाएँ:-पीएम मोदी ने सड़क, रेल और ग्रामीण विकास की बड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत हजारों लाभार्थियों को गृह प्रवेश कराया गया।सीमांचल के लिए रेलवे लाइन, हाईवे विस्तार और बिजली–पानी जैसी आधारभूत संरचनाओं में भारी निवेश की घोषणा की गई।पीएम ने कहा कि “यह निवेश केवल ईंट और गारे का काम नहीं, बल्कि सीमांचल के भविष्य को नई दिशा देने का संकल्प है।
चुनावी पृष्ठभूमि और राजनीतिक संदेश:-मोदी की पूर्णिया रैली को राजनीतिक रूप से बेहद अहम माना जा रहा है।रैली में “50% बनाम 100% जीत” का नारा देकर पीएम ने भाजपा–जदयू गठबंधन की चुनावी रणनीति को धार दी।कटिहार, किशनगंज और अररिया जैसे सीमांचल के जिलों पर विशेष फोकस रखा गया।मंच से बोलते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा— “बीच में हमसे गलती हो गई थी, लेकिन अब हम पूरी तरह से NDA के साथ हैं।”इस मौके पर विपक्ष ने स्वास्थ्य सेवाओं और स्थानीय समस्याओं का मुद्दा उठाकर सरकार को घेरा, लेकिन जनसभा का उत्साह विपक्ष की आलोचना पर भारी पड़ा।
जनता का उत्साह और उम्मीदें:-एयरपोर्ट परिसर और सभा स्थल पर लाखों की भीड़ उमड़ी।लोग सुबह से ही कार्यक्रम स्थल पर पहुँचने लगे और शाम तक पूरा इलाका लोगों से खचाखच भर गया।जनता में इस बात को लेकर उत्साह था कि अब पूर्णिया से सीधे हवाई सफर संभव होगा।स्थानीय लोगों ने कहा कि यह दिन सीमांचल के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा।
प्रतीकात्मक महत्व:-पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन केवल यातायात सुविधा नहीं, बल्कि सीमांचल की पहचान और आत्मसम्मान से जुड़ा है।वर्षों तक उपेक्षित रहे इस इलाके को अब राष्ट्रीय मुख्यधारा से जोड़ने की कोशिश स्पष्ट दिख रही है।मोदी ने अपने भाषण में सीमांचल के युवाओं की ऊर्जा, यहां की कृषि उपज और व्यापारिक संभावनाओं का ज़िक्र कर विकास का खाका पेश किया।
पूर्णिया की इस रैली और विकास पैकेज ने यह संदेश दिया कि आने वाले चुनावों में सीमांचल NDA की रणनीति का केंद्र होगा। एयरपोर्ट का उद्घाटन और 40 हज़ार करोड़ की परियोजनाओं की सौगात केवल बुनियादी ढाँचा नहीं, बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी बेहद अहम कदम है।