*पट खुलते हीं पूजा अर्चना एवं दर्शन के लिए उमड़ा भक्तों का जन सैलाब.*

*पट खुलते हीं पूजा अर्चना एवं दर्शन के लिए उमड़ा भक्तों का जन सैलाब.*

*पट खुलते हीं पूजा अर्चना एवं दर्शन के लिए उमड़ा भक्तों का जन सैलाब.*

 

बनमनखी(पूर्णियां):-बनमनखी अनुमंडल मुख्यालय में दुर्गा पूजा के नौ दिवसीय अनुष्‍ठान पर्व शारदीय नवरात्ररविवार से शुरू हो गया है.शनिवार को सप्‍तमी तिथि में मां दुर्गा के प्रतिमाओं के पट खोले गए.इसी के साथ बनमनखी ठाकुरवारी राधा-कृष्ण मंदिर परिसर में माँ दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कि गयी है. वही सार्वजनिक रेलवे दुर्गा मंदिर रेलव दुर्गा पूजा समिति के द्वारा मंदिर परिसर वह रेलवे पार्किंग में लाइटिंग से जगमग आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.

 

 

वही बनमनखी रेलवे के दक्षिणी भाग सार्वजनिक दुर्गा मंदिर मवेशी हाट समिति के द्वारा अच्छा खासा इंतजाम किया गया है. लोग पंडालों में जाकर मां की प्रतिमाओं के दर्शन कर रहे हैं.देवी को प्रसन्न करने में श्रद्धालु पूरे विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने में लगे हैं. बनमनखी के तीनों स्थलों में दुर्गा पूजा कमेटी व सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमेटी के सदस्य प्रवेश रोशन उर्फ बबलू यादव, मो. तजमुल सहित अन्य मौके पर मौजूद .उन्होंने बताया कि शनिवार को सप्तमी तिथि, मूल नक्षत्र एवं सौभाग्य योग में सभी पूजा पंडालों, मंदिरों एवं घरों में स्थापित माता जगत जननी का विधि-विधान से पूजा करने के बाद वेदोक्त मंत्रोचार के साथ माता के पट खोला गया.

 

*विभिन्न पुजा पंडालों में प्रशासनिक व्यवस्था किया गया चुस्त दुरुस्त.*

बनमनखी में आयोजित तीन दिवसीय दुर्गा पूजा मेला को लेकर अनुमंडल प्रशासन के द्वारा मेला में विधी व्यवस्था बनाए रखने हेतु चाक चोबंध व्यवस्था की गयी है. बनमनखी अनुमंडल मुख्यालय स्थिति सभी दुर्गा पूजा पंडाल में सीसीटीवी केमरा लगवाएं गये हैं. इसके अलावे मेला परिसर में भारी संख्या में महिला एंव पुरुष पुलिस बल को तैनात किया गया है. मेला परिसर में हुडदंग मचाने वाले मनचले युवको पर लगाम कसने के लिए सादे लिवाश में भी पुलिस बल को लगाया गया है. इसके अलावा सम्पूर्ण मेला परिसर कि विधी व्यवस्था को बनाए रखने के लिए दंडाधिकारी एंव पुलिस पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है.इसके अलावा सम्पूर्ण अनुमंडल क्षेत्र में व विधि व्यवस्था कायम रखने हेतु अनुमंडल पदाधिकारी मो अहमद अली अंसारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी हुलास कुमार घूम घूम कर विधि व्यवस्था का जायजा लेते रहे.