देव दिवाली के पावन अवसर पर गंगा मां ने पहना दीपों का चंद्रहार, अद्भुत नजारा दिखा काशी के घाटो का।
प्रतिनिधि वाराणसी :- कार्तिक मास की पूर्णिमा पर काशी की अदभुत अलौकिक और दिव्य दीपावली चौरासी गंगा घाटों पर अपनी स्वर्णिम आभा बिखेर रही है। कन्ही दीपों की दप-दप, तो कन्ही सुरों की खनक, कहीं गीत-संगीत की सरीता बह रही है। तो कन्ही फूलों की महक पूरे चौरासी घाटो को शोभन्वित् कर रही सच मायने में कहें तो गंगा की लहरों पर सतरंगी इंद्रधनुष आकाश से उतर आया।
काशी के घाट पर माँ गंगा आरती के दौरान यह अनुपम नजारा कैद करने के लिए सैलानियों के कैमरे गंगा की लहरों पर चमकते नजर आए तो गंगा की लहरों पर सवार नौका और बजड़ों से नदी में ट्रैफिक जाम सरीखा नजारा भी दिखा। वहीं पंचगंगा घाट पर हजारा रोशन होते ही हर हर महादेव और हर हर गंगे के जयघोष से घाट गूंज उठा।
इंद्रधनुष से बिखरने वाले चटख रंगों में तन-मन भिगोने को आतुर मेहमानों ने उत्तर वाहिनी गंगा के गले में चंद्रहार की तरह सजे घाटों से लगायत जलधार पर चमकते सितारों को खुली आंखों से दीपमाला की तरह उतरते-बिखरते व निखरते देखा।
*देव दीपावली पर प्रशासन की ओर से आयोजित किए गए कार्यक्रम*
– समस्त घाटों पर शाम को दीपदान ।
– डोमरी में शाम 7:30 से रात 10 बजे तक हाट एयर बैलून फेस्टिवल ।
– राजघाट पर गंगा महोत्सव के तीसरे दिन शाम 5:30 बजे से रात 10 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम, जिसमे प्रमुख कलाकार में अंकित तिवारी जी।
– चेतसिंह किला पर म्यूजिकल लेजर- शो शाम 7:30 बजे से।
– अस्सी घाट के सामने फायर वर्क्स रात 9 बजे।
– समस्त घाटों पर स्पायरल लाइटिंग आकर्षण का केंद्र।