बनमनखी(पूर्णियां):-पिछले चार दशक से पूर्णियां सहित कोसी- सीमांचल के लोगों को निरोग करने वाले वैध मोहम्मद खलील अंसारी करीब 85 वर्ष के उम्र में रविवार की सुबह करीब सात बजे अल्लाह के प्यारे हो गए.वे अपने पीछे तीन पुत्र में पत्रकार मोहम्मद शेखू उर्फ एमएस परदेसी, मोहम्मद दारा,मोहम्मद गुलफाम एवं पांच पुत्री में रेशमी प्रवीण,रेणु खातून,नाजनी खातून,सजनी खातून,खुश टुनटुन सहित भाड़ा-पूरा परिवार छोड़ गए.दिवंगत वैध मोहम्मद खलील बाबू की निधन की खबर से पूर्णियां सहित पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गयी. मौत की खबर सुनकर परिजनों सहित इलाके के लोग उनके निज निवास धरहरा चकला भुनाई पंचायत के आदिवासी कामत टोला पर उमड़ पड़े.वैध जी के अंतिम दर्शन के लिए सुबह से लेकर दिन के चार बजे तक तांता लगा रहा. दिन के चार बजे उनका जनाजा निकली गयी जानने में आसपास के इलाके के सैकड़ों लोग शामिल हुई.स्थानीय लोगों ने बताया कि मोहम्मद खलील बाबू पूर्णियां सहित कोसी सीमांचल में वैध जी के मसहूर थे.ऐसा कोई कुनवा नही होगा जो उनके जड़ी बूटी से लाभान्वित नही हुआ होगा.सभी तरह के आसाध्य बीमारी का इलाज वे केवल जंगली जड़ी बूटी से हीं ठीक कर देते थे.बताया जा रहा है कि जिस व्यक्ति को बड़े बड़े डॉक्टर जाबाज दे देते थे वे थक हारकर पूर्णियां के प्रशिद्ध वैध मोहम्मद खलील बाबू के शरण मे आते थे.जिन्हें वे कभी निराश नही करते थे बल्कि आयुर्वेदिक दावा के साथ दुवा कर ठीक कर घर भेजते थे.खलील बाबु के पुत्र मो शेखू उर्फ एमएस परदेशी जो इलाके के चर्चित पत्रकार हैं.उन्होंने बताया कि सबको निरोग करने वाले मेरे अब्बाजान अब तो इस दुनियां में नही रहे.लेकिन उनके अंतिम दर्शन करने वालों की भीड़ ने साबित कर दिया कि पुरे इलाके में उन्होंने अपना एक अलग पहचान छोड़ गए.बतया जा रहा है कि कोमी एकता के पक्षधर रहे खलील बाबू को जितना मुस्लिम समुदाय के लोग मानते थे उससे कहीं ज्यादा प्यार हिन्दू समाज के लोग भी देते थे.यही वजह है कि उनके निधन की खबर से पूरे इलाके में शोक की लहर है.अंतिम यात्रा में मुखिया प्रतिनिधि अनिल यादव,समिति प्रतिनिधि कारी मियां,अवकाश प्राप्त अभियंता महमूद आलम,वरिष्ठ पत्रकार बम शंकर झा,पत्रकार संघ के अध्यक्ष सह अधिवक्ता सुनील सम्राट,गौरव गुप्ता, बिट्टू कुमार,प्रजापति चंदन पंडित,के अलावा विभिन पार्टी के नेता कार्यकर्ता व समाज के लोग शामिल थे.