अभाविप ने पराक्रम दिवस के रूप में मनाया नेताजी का 126 वां जन्म दिवस

बनमनखी, (पुर्णिया):- बनमनखी अनुमंडल मुख्यालय स्थित +2 सुमरित एससी एसटी कल्याण छात्रावास बनमनखी परिसर में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई गई। परिषद गीत एवं पुष्पांजलित के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। मौके पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नगर सह मंत्री ने कहा कि जलियांवाला बाग हत्याकांड मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस को इतना विचलित किया कि वह भारत की आजादी की लड़ाई में कूद पड़े।                                                                                                                                         और उन्होंने कहा कि कहा कि भारत की आजादी के साथ-साथ नेताजी का जुड़ाव सामाजिक कार्यों में भी बना रहा। अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध के लिए उन्होंने आजाद हिन्द फौज का गठन किया और युवाओं को ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ का नारा भी दिया. उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का व्यक्तिगत हमें सिखाता है कि आत्मसम्मान गौरव और देश की रक्षा करना ही हमारा धर्म है। कॉलेज अध्यक्ष जिवछ यादव ने कहा कि जब देश अंग्रेजी हुकूमत का गुलाम था तब नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिद फौज बनाकर देश की आजादी के लिए बिगुल फूंका था।                                                                                                                                 नेताजी की अदम्य भावना और राष्ट्र के लिए उनके निस्वार्थ सेवा के सम्मान में उनको याद रखने के लिए भारत सरकार ने हर साल 23 जनवरी पर उनके जन्मदिन को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाने का फैसला किया है। इससे देश के लोगों विशेषकर युवाओं को विपत्ति का सामना करने में नेताजी के जीवन से प्रेरणा मिलेगी और उनमें देशभक्ति और साहस की भावना समाहित होगी।इस मौके पर नगर सह खंड कार्यवाह निरज कुमार,नगर उपाध्यक्ष संजय सर,एस एफ डी प्रमुख मुकेश कुमार, कुन्दन कुमार,अमित कुमार,आदित्य कुमार आदि मौजूद थे।